पानरवा क्षेत्र में डायन बताकर अधेड़ महिला को गांव छोडऩे पर किया मजबूर
॥ नईझर गांव में महिला को डायन बताकर खौलते पानी में जबरन हाथ डलवाए
उदयपुर। चारभुजा क्षेत्र के ठाली का तालाब गांव में खाप पंचायत के फरमान पर महिला को अद्र्ध नग्न करके गधे पर घुमाने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा और इधर, डायन बताकर महिलाओं पर जुल्म ढाने के दो बेहद गंभीर मामले सामने आए हैं। एक मामले में पीडि़ता ने स्वयं एसपी के समक्ष पेश होकर शिकायत दर्ज कराई है, जबकि दूसरे मामले में पीडि़त महिला पर घर वालों का खासा दबाव है।
पानरवा थाना क्षेत्र की बहिघाटिया (रेगरना फला) निवासी भूरी देवी पत्नी काना डामोर ने एसपी अजयपाल लांबा के समक्ष पेश होकर शिकायत दर्ज कराई है कि उसे गांव के ही कुछ लोग डायन बताकर प्रताडि़त कर रहे हैं। इस वजह से उसे जमीन-जायदाद छोड़कर पड़ोसी राज्य गुजरात में जाना पड़ा। आरोप है कि गांव के नानूराम, पिंटूलाल, बाबूलाल मिलकर भूरी देवी को प्रताडि़त करते हैं। भूरी देवी ने ज्ञापन में बताया कि उसके घर पर आरोपियों ने तीन-चार बार चढ़ाई कर दी और बच्चों और उसके साथ मारपीट की गई। साथ ही गांव नहीं छोडऩे पर जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट पुलिस चौकी डैया और पानरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन आरोपियों के धन बल के आगे कार्रवाई दम तोड़ रही है। भूरी बाई ने यह भी आरोप लगाया कि गांव में उसके कच्चे मकान ढहा दिए गए हैं, जिससे वे लोग गुजरात और राजस्थान के सीमावर्ती जंगल में भटक रहे हैं और मजदूरी करके गुजर-बसर कर रहे हैं।
दूसरा मामला अदवास हाल सवीना निवासी गीता पत्नी अंबालाल सालवी के साथ हुआ बताया जाता है। इस घटना के चश्मदीद गवाह नईझर निवासी शंकरलाल का आरोप है कि गीता सालवी की तबीयत बिगडऩे पर उसके परिजन उसे नईझर (थाना सराड़ा) ले गए, जहां अंबालाल के रिश्तेदार फतहलाल (भोपा) नामक व्यक्ति ने बताया कि गीता पर डायन का साया है और उसके हाथ खौलते पानी मेें डलवा दिए, जिससे दोनों हाथ गंभीर रूप से झुलस गए। गीता सालवी के साथ मारपीट भी की गई। फतहलाल को अंबालाल का फूफा बताया जाता है। इस संबंध में क्रमददगारञ्ज और क्रइन न्यूजञ्ज की टीम बीती रात पलोदड़ा पुलिस चौकी के जवानों के साथ अदवास स्थित अंबालाल के घर पर पहुंची, जहां परिजनों ने ऐसी किसी घटना से ही इनकार कर दिया। बाद में अंबालाल से फोन पर बात की गई, तो पहले उसने ऐसी किसी घटना से इनकार किया। बाद में उसने बताया कि उसकी पत्नी पानी गर्म कर रही थी और उसी दौरान चक्कर आने से उसके दोनों हाथ खौलते पानी में गिर गए, जिससे वह जल गई। इस संबंध में जावर माइंस थानाधिकारी रामरूप मीना आज अंबालाल और उसकी पत्नी गीता को थाने में बुलाकर पूछताछ कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि परिजनों द्वारा गीता पर भयंकर दबाव बनाया जा रहा है, जिससे वह असल बात नहीं बता पा रही है।
जवाब मांगते सवाल
अगर गीता को चक्कर आ गए, तो दोनों हाथ खौलते पानी में कैसे चले गए ?
दोनों हाथ इतनी बुरी तरह से जल गए, फिर भी गीता होश में क्यों नहीं आई ?
अगर गीता खौलते पानी के बर्तन पर गिर गई, तो हाथों के अलावा शरीर के अन्य अंग क्यों नहीं झुलसा ?
गीता के साथ यह एक्सीडेंट हुआ, तो उसका उपचार क्यों नहीं करवाया गया? उसे घर पर ही क्यों रखा गया ?
नहीं चेते, तो पिछड़ा राज्य घोषित किया जाएगा
गत दिनों हाईकोर्ट ने डायन, मौताणा, बैर आदि कुप्रथाओं को लेकर राज्य सरकार को 11 फरवरी तक इस संबंध में कानून बनाने को कहा है। साथ ही कानून नहीं बनाए जाने पर राज्य को सामाजिक रूप से पिछड़ा घोषित करने की चेतावनी भी दी है। हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुनील अंबवानी एवं न्यायाधीश प्रकाश गुप्ता की खंडपीठ ने यह आदेश एक जनहित याचिका पर दिया है। इनका कहना था कि कुप्रथाओं की आड़ में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है जिसको रोकने के लिए सरकार को प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।