अजमेर सेंट्रल जेल में दंबग बंदियों ने भूख हड़ताल कर दी और अन्य बंदियों को भी खाना नहीं खाने दिया।
सात सौ से भी ज्यादा बंदियों ने सोमवार को दोनों समय खाना नहीं खाया और मंगलवार को सवेरे भी नाश्ता करने से इंकार कर दिया।
बंदी जेल प्रशासन की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। उधर, जेल प्रशासन का कहना है कि बंदियों ने अपनी बैरकों में आपत्तिजनक वस्तुएं रख रखी थीं, उन पर कार्रवाई की गई है। इसी पर कुछ दबंग बंदियों ने भूख हड़ताल कर दी।
बिल का झटका
अजमेर सेंट्रल जेल के अधीक्षक वासुदेव ने बताया कि इस बार जेल का बिजली बिल करीब चार लाख रूपए आया है। यह अब तक आया सबसे अधिक बिल है।
इसके बाद जब जेल की बैरकों की तलाशी ली गई तो लगभग आधी बैरकों में रूम हीटर मिले। इनकी संख्या दो दर्जन से भी ज्यादा है। साथ ही मोबाइल फोन भी मिले। यह कार्रवाई पिछले तीन दिनों से चल रही है। लेकिन कुछ बंदियों ने इसका विरोध किया है।
ज्यादा गुस्सा मुख्य प्रहरी को हटाने का
जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में बंदियों के पास कई दिनों से गुपचुप तरीके से सामान पहुंचा रहे एक मुख्य प्रहरी के बारे में जानकारी मिली थी। प्रहरी कुछ रूपए लेकर बंदियों को प्रतिबंधित सामान उपलब्ध कराता था। उसको निलंबित कर दिया गया है। बंदी इस निलंबन से भी गुस्सा है।