अगर ढूंढ रहे हैं अपने लिए दुल्हन तो पहले बनवाएं आधार कार्ड
सरकार ने सभी मैट्रिमोनियल साइट्स यानी विवाह के लिए जीवनसाथी तलाशने में मदद करने वाली साइट्स को लोगों की प्रोफाइल की हकीकत जांचने को कहा है।
महिला और बाल विकास विकास मंत्री मेनका गांधी ने यह पहल की है। दिल्ली में रेप की हालिया घटना को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है, जिसमें शामिल कैब ड्राइवर का बैकग्राउंड जांचे बगैर उसे ऑनलाइन टैक्सी सर्विस में नौकरी दी गई थी।
होगी सख्त कार्रवाई
मंत्री ने प्रोफाइलों की जांच के लिए आधार कार्ड की जानकारी के इस्तेमाल की सलाह दी है। अगले साल के शुरू तक शादी-ब्याह कराने वाली सभी साइट्स को इस नियम का पालन करना होगा।
मेनका ने फर्जी प्रोफाइल पर सख्त कार्रवाई करने की भी बात कही है। मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक फिलहाल इन साइट्स पर प्रोफाइल बनाने के लिए सिर्फ मोबाइल नंबर की जरूरत होती है।
मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने बताया यह पर्याप्त नहीं है। सैकड़ों लोग हर महीने मैट्रिमोनी साइट्स पर खुद को रजिस्टर करते हैं और ऎसे मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जहां वर की तलाश कर रहीं लड़कियां ठगी का शिकार होती हैं।
कई ऎसे पुरूष होते हैं, जिनके अलग-अलग साइट्स पर कई अकाउंट होते हैं। आधार कार्ड जरूरी करने से प्रोफाइल पर दूल्हे की तस्वीर डालना जरूरी हो जाएगा। इससे मनचलों और खुद को सिंगल दिखाने वाले शादीशुदा लोगों पर लगाम कसी जा सकेगी।