सुबह ५.३० बजे : देबारी पावर हाउस चौराहे पर बड़ा हादसा हुआ। गुजरात से उदयपुर होकर चित्तौड़ जा रहा एचपी गैस से भरा टैंकर यहां अनियंत्रित होकर पलट गया। गैस टैंकर पलटने से दहशत फैल गई। काफी लोग वहां जमा हो गए। पुलिस को सूचना दी गई।
सुबह ५.३५ बजे : देबारी निवासी विजयसिंह ने टैंकर पलटने के बाद दो बाइक लगाकर यातायात रोका, लेकिन उसी दौरान उदयपुर की ओर से आ रहा ट्रेलर रूका नहीं और रोंग साइड जाकर वीडियो कोच से टकराया, जिसमें चित्तौड़ से आ रही कार भी जा घुसी। चार लोग घायल हो गए।
सुबह ५.५० बजे : विजयसिंह की सूचना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस जाब्ते सहित दो सौ लोग जुटे। पांच फायर बिग्रेड और आठ के्रन मंगवाई गई। इस बीच उदयपुर रोड पर दो किलोमीटर और चित्तौड़ रोड पर तीन किलोमीटर तक जाम लग गया।
सुबह १०.३० बजे : पुलिस जाब्ते ने ग्रामीणों के सहयोग और आठ क्रेनों के सहयोग से वाहनों को सड़क किनारे लगाने में सफलता पाई। इसके बाद यातायात बहाल किया गया। गैस रिसाव नहीं होने के कारण बड़ा हादसा टल गया।
उदयपुर। देबारी पावर हाउस चौराहे पर आज सुबह बड़ा हादसा हुआ, लेकिन इस दफा ये राहत की बात रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। सुबह साढ़े पांच बजे गैस से भरा एक टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया। पीछे से आ रहा ट्रेलर रोंग साइड जाकर वीडियोकोच से टकराया। इसके पीछे-पीछे कार भी वीडियो कोच में जा घुसी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जाम को पांच घंटे की मशक्कत के बाद खुलवाया। इस दौरान उदयपुर से चित्तौड़ जा रहे ट्रैफिक को सुखेर वाया मावली डायवर्ट किया गया।
जानकारी के अनुसार सुबह साढ़े पांच बजे गुजरात से चित्तौड़ जा रहा एचपी गैस से भरा टैंकर देबारी पावर हाउस पर अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे के बाद देबारी निवासी विजयसिंह ने अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर दो बाइक उदयपुर-चित्तौड़ रोड पर लगाकर यातायात रोक दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद सूरत से यूपी की तरफ जा रहा कपड़ों की गांठों से भरा एक टे्रलर नहीं रुका और रोंग साइड जाकर चित्तौड़ की तरफ से आ रही वीडियोकोच से भिड़ गया। पीछे से आ रही कार वीडियोकोच में जा घुसी। हादसे में टे्रलर ड्राइवर प्रतापगढ़ (यूपी) निवासी अयूब (५५), खलासी जीशान (५५) पुत्र जाहिद, वीडियोकोच में सवार उदयपुर निवासी मंजू पत्नी ओमप्रकाश और वीडियोकोच का ड्राइवर घायल हो गए, जिन्हें १०८ एम्बुलेंस बुलाकर एमबी हॉस्पीटल पहुंचाया गया, जहां मंजू को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि अन्य घायलों को भर्ती किया गया। सुबह साढ़े पांच से साढ़े दस बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में करीब दो सौ लोग जुटे रहे। मौके पर एडीएम छोगाराम देवासी, एएसपी सिटी डॉ. राजेंद्र भारद्वाज, डिप्टी माधुरी वर्मा, सुखेर थानाधिकारी हरेंद्रसिंह, प्रतापनगर थानाधिकारी चंद्रप्रकाश पुरोहित और भारी जाब्ता मौजूद रहा। इस दौरान पांच फायर बिग्रेड और आठ क्रे न की सहायता से टैंकर और अन्य वाहनों का हाइवे से हटवाकर यातायाता बहाल करवाया गया।