उदयपुर। नगर निगम जैसा निकम्मा निकाय हो, तो कहीं भी अतिक्रमण करना या अवैध निर्माण करना कोई मुश्किल नहीं है। क्योंकि जब तक सोये हुए नगर निगम के अधिकारी उठेंगे, तब तक अतिक्रमियों या अवैध निर्माण का काम पूरा हो जाएगा। हाईकोर्ट द्वारा झील के आसपास का इलाका निर्माण निषेध क्षेत्र घोषित करने और निगम के नोटिस के बावजूद चांदपोल पुलिया के पास झील किनारे होटल निर्माण आज भी चल रहा है। आज इस होटल की छत डाली जा रही है।
नोटिस और हाईकोर्ट की रोक के बाद भी इतनी हिम्मत कोई तभी कर सकता है, जब निकाय के अधिकारियों की मिलीभगत हो। इस मिलीभगत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले आठ दिनों में क्रमददगारञ्ज में दो बार मय फोटो इस अवैध निर्माण को लेकर समाचार प्रकाशित किया गया। निगम के आयुक्त को इस संबंध में जानकारी दी गई, लेकिन निर्माण कार्य नहीं रोका गया। आठ दिन पहले जब क्रमददगारञ्ज में खबर प्रकाशित हुई, तब नगर निगम के आयुक्त ने उन्हें नोटिस दिया, लेकिन नोटिस से कोई फर्क नहीं पड़ा और अगले दिन से ही निर्माण यथावत धड़ल्ले से चलता रहा। क्रमददगारञ्ज के साथ ही क्षेत्रवासियों ने भी इस संबंध में निगम आयुक्त को शिकायत की गई, लेकिन कोई रोकने-टोकने वाला वहां नहीं पहुंचा। आज सुबह से निर्माणकर्ता दूसरी मंजिल की छत डाल रहा है, जिसे रोकने वाला कोई नहीं है। लोगों का आरोप है कि निर्माणकर्ता भगवान गहलोत ने छत डालने के लिए यह समय इसलिए चुना ताकि निगम उसे रोक नहीं सके।
: नोटिस के बाद भी निर्माण चल रहा है, तो आज ही किसी को भेजकर काम रूकवाता हूं।
-हिम्मतसिंह बारहठ, आयुक्त, नगर निगम
क्षेत्रवासियों ने की झील किनारे हो रहे निर्माण को रोकने की मांग
उदयपुर। पीछोला झील के किनारे चांदपोल पुलिया के पास निषेध क्षेत्र में हो रहे निर्माण को लेकर क्षेत्रवासियों में रोष है। आरोप है कि निगम की मिलीभगत से यह निर्माण चल रहा है। इसलिए कार्रवाई नहीं हो पा रही है। झील संरक्षण समिति के अनिल मेहता, चांदपोल नागरिक समिति के तेजशंकर पालीवाल व डॉ. मोहनसिंह मेहता मेमोरियल के नंदकिशोर शर्मा ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है।
निगम नहीं रोक रहा झील किनारे निर्माण
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