उदयपुर । नगर निगम महापौर पद के लिए चंदर सिंह कोठारी को सर्वसम्मति से चुन लिया गया | पहले भाजपा कार्यालय चन्दर सिंह कोठारी के नाम पर सभी पार्षदों को एक राय किया गया उसके बाद नगर निगम सभा कक्ष में चयन प्रक्रिया अपना कर महापौर घोषणा की औपचारिकता पूरी की गयी | महापौर बाकी दावेदारों में से पारस सिंघवी के चेहरे से मयूसु झलक रही थी | गुरूवार को उपमहापौर का चुनाव किया जाएगा |
महापौर के लिए कशमकश पिछले कई दिनों से चल रही थी बुधवार सुबह तक सभी सिर्फ कयास ही लगाये जारहे थे की महापौर कौन बनेगा | और इसी के चलते मतदान के बाद मंडल के हिसाब से भाजपा के सभी पार्षदों की बाड़ा बंदी कर ली गयी थी, जिन्हे आज सुबह आला कमान के आदेश पर सुबह ९ बजे पार्टी कार्यालय लाया गया जहां निकाय चुनाव के प्रदेश प्रभारी गुलाबचंद कटारिया, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, सांसद अर्जुनलाल मीणा, जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, पूर्व महापौर रजनी डांगी आदि ने पार्षदों की बैठक ली और उनसे राय जानी | बाद में गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने बंद कमरे में एक एक कर ४९ ही पार्षदों से राय जानी जानकारी के अनुसार सभी पार्षदों ने संगठन का फैसला सर्वोपरी माना बाद में करीब १० बजे चन्द्र सिंह कोठारी के नाम की घोषणा पार्टी कार्यालय में ही करदी | वहां खड़े कार्यकर्ताओं ने नारे लगा कर कोठारी के नाम का स्वागत किया | कोठारी को कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा बधाई देकर स्वागत किया गया बाद में कोठारी ने नगर निगम जा रिटर्निंग अधिकारी छोगा राम देवासी के सामने नामांकन पत्र दाखिल किया ११ बजे तक सिर्फ एक ही नामांकन आया जिसकी जाँच के बाद रिटर्निग अधिकारी छोगाराम देवासी ने महापौर की नामजद घोषणा की और महापौर को निर्वाचन पत्र सौंपा। नगर निगम सभागार में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में पूर्व मेयर श्रीमती रजनी डांगी, पूर्व सभापति युधिष्ठिर कुमावत, समाजसेवी प्रमोद सामर, मोतीलाल डांगी सहित पार्षदगण मौजूद थे। नवनिर्वाचित मेयर श्री कोठारी ने शहर के विकास के लिए संकल्प जताया। अंत में नगर निगम आयुक्त हिम्मतसिंह बारहठ ने आभार जताया।
बड़ा बंदी में ही सीखा दिया था पार्षदों को : बड़ा बंदी के दौरान ही आला कमान से आदेश आये थे और वार्ड प्रभारियों व् मंडल अध्यक्षों को निर्देश दिए गए थे की उन्हें जब उनकी मर्जी पूछी जाए तो संगठन का फैसला सर्वोपरी बताया जाए और कहा जाए की जो संगठन तय करेगा वाही महापौर मान्य होगा |
इधर गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा किसभी पार्षदों की सर्व सम्मति से चन्द्र सिंह कोठारी का नाम घोषित किया गया | इससे पहले भी सभी पार्षदों प्रत्याशियों से लिखवा कर लिया था कि वह महापौर का दावेदार किसको मानते है जिसमे सभी ने संगठन और जो आपकी मर्जी के लिए लिख कर दिया था जो कि सभी बंद लिफ़ाफ़े में अभी भी मौजूद है | कटारिया ने बताया कि आज भी सभी से एक एक से अलग अलग इसीलिए बात कि गयी कि कही किसी ने कोई दबाव में आकर तो ऐसा नहीं कहा लेकिन आज भी सब ने एक ही बात कही कि जो संगठन तय करेगा वही मान्य होगा और संगठन की तरफ से चन्दर सिंह कोठारी का नाम तय किया गया |
इधर महापौर के लिए चंदर सिंह कोठारी के नाम पर मोहर लगाने के बाद अन्य दावेदार पारस सिंघवी के चहरे पर मायूसी देखी गयी पार्टी कार्यालय में घोषणा के बाद वहां से निकलते हुए उन्होंने यही कहा कि राजनीति में ऐसा ही होता है। उन्होंने निकलते हुए अपने समर्थकों से भी अपने अपने काम पर जाने को कहा कि १५ दिन से सभी लोग चुनाव में लगे हैं, जो अब अपने नियमित कामों में जुट |
महापौर बनाने के बाद चंदर सिंह कोठारी ने सभी का आभार जताया और कहा कि उनकी प्रमुखता उदयपुर के विकास पर रहे गई जिसमे आयद नदी का विकास , एलिवेटेड रोड , पार्किंग समस्या से राहत , और सडकों को चोडा करने का काम प्रमुखता से किया जाएगा | अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर कोठारी ने कहा कि अभी समय आने दो सारे कार्य किये जायेगे |
महापौर पद पर चंदरसिंह कोठारी के चुने जाने के साथ ही उप महापौर के रूप में लोकेश द्विवेदी (मनजी) का नाम भी लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि अधिकृत रूप से महापौर का चयन गुरुवार को होगा। महापौर पद पर जैन प्रत्याशी का चयन होने के बाद उप महापौर पद पर ब्राह्मण प्रत्याशी के रूप में द्विवेदी के चयन होने की शहर में चर्चा जोरों पर रही।