दोनों दलों के नेता लगे मनाने में
उदयपुर। नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भड़के बागियों को मनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के बड़े नेता संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बागी या तो भूमिगत हैं या मोबाइल ऑफ किये बैठे हैं। इधर प्रशासनिक स्तर पर भी नामांकन पत्रों की छंटनी की जा रही है जिसके बाद 14 नवम्बर को नाम वापसी के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी।
बागी भूमिगत : इस बार भाजपा कांग्रेस से खड़े हुए बागी अपनी जीत का पूरा दम भर रहे हैं और कई महत्वपूर्ण वार्डों की गणित बिगाड़ रहे बागी फिलहाल मानने को तैयार नहीं हैं। इस बार दोनों पार्टियों में करीब 80 से अधिक बागियों ने नामांकन भरे हैं जिसमें भाजपा से 15 और कांग्रेस से 20 के करीब ऐसे बागियों ने नामांकन दाखिल किये है जिनकी वजह से वार्ड में उलटफेर की आशंका है। भाजपा जिलाध्यक्ष सहित पूर्व विधायक चुन्नीलाल गरासिया, रजनी डांगी आदि कई नेता बागियों को मनाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। इधर कांग्रेस में भी दोनों जिलाध्यक्ष और पार्टी के पदाधिकारी व ब्लॉक अध्यक्ष बागी नामांकन भरने वालों से संपर्क कर बात करने की कोशिशों में लगे हैं लेकिन अधिकतर बागी या तो अपना मोबाइल ऑफ किये बैठे है या फिर भूमिगत हैं।
नामांकन की जांच जारी : नगर निगम में पार्षद बनने के लिए पांच सहायक रिटर्निंग अफसरों के समक्ष भाजपा कांग्रेस सहित निर्दलीयों ने 55 वार्डों के लिए कुल 222 पार्षद प्रत्याशियों ने 329 नामांकन-पत्र दाखिल किए। अब आज सुबह 11 बजे रिटर्निंग अधिकारी एडीएम द्वारा नामांकन पत्रों की जांच की जा रही है। इसमें गलत सूचना देने वाले अपराधिक रिकार्ड वाले प्रत्याशियों के नामांकन खारिज होंगे। इसके बाद 14 नवंबर को नाम वापसी के अंतिम दिन पूरी तरह से सियासी तस्वीर साफ हो जाएगी।
बागी भूमिगत, संपर्क से बाहर
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