उदयपुर | नगर निगम द्वारा आयोजित दीपावली दशहरा मेले के दौरान सांस्कृतिक संधया पर बुलाये जाने वाले कलाकारों को लेकर आखिर सहमति बनी और और इस बार भी जनता के लाखों रूपये घटिया कलाकारों पर लुटाने की तैयारी नगर निगम कर चुका है | सांस्कृतिक संध्या के नाम पर बॉलीवुड नाईट , पंजाबी तड़का और लाफ्टर चैम्पियन में ऐसे कलाकारों को बुलाया जारहा है जिनका कोई नाम लेवा तक नहीं है और ऊपर से मेले की सांस्कृतिक कार्यक्रम में और कटौती कर बाहर से बुलाये जाने वाले कलाकारों के लिए सात में से तीन दिन करते हुए कलाकारों की घोषणा कर दी |
मौजूदा बोर्ड के नेतृत्व में यह दीपावली दशहरा मेला आखरी है, दिसंबर में नगर निगम के चुनाव होने है और उसके बाद गठित नया बोर्ड मेला आयोजित करेगा | पिछले कुछ सालों की भांति इस बार भी नगर निगम द्वारा सांस्कृतिक संध्या के नाम पर सिर्फ औपचारिकता पूरी की जा रही है | मेले में सांस्कृतिक मनोरंजन के नाम पर जनता के पैसे से ही जनता के ऊपर अनजाने कलाकार थोपे जारहे है | कलाकार चयन समिति द्वारा आज कई दिनों के इंतज़ार के बाद जिन कलाकारों का चयन किया गया उसमे १६ अक्टूबर को रितु पाठक स्टार नाईट,१८ अक्टूबर को लिटिल चेम्प अक्षय वेष्णवी एवं लाफटर उदय दया, २० अक्टूबर को पंजाबी नाईट दिलबाग सिंह की प्रस्तुतियों दी जायेगी। इसमे १७ अक्टूबर को भजन संध्या शर्मा बन्धु उज्जैन द्वारा, व् 19 को कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा जिसमे कवि सम्मेलन की संयोजक किरण जैन ने बताया कि कवि सर्व प्रदीप चौबे ग्वालीयर, वेदव्रत वाजपेयी लखनउ, जगदीष सांेलकी कोटा, विष्णु सक्सेना अलीगढ़, सरदार मनजीत सिंह फरीदाबाद, शालिनी सरगम नई दिल्ली, श्याम पाराषर सिंगोली एवं अजात शत्रु उदयपुर इस कार्यक्रम के सूत्रधार होगें ।
कोई प्रख्यात कलाकार नहीं : बॉलीवुड नाईट , लाफ्टर, और पंजाबी नाईट के नाम पर बस खाना पूर्ति की जा रही है | जिन कलाकारों को बुलाया जारहा है उनकी आज कोई मार्किट वेल्यु नहीं है | दिलबाग सिंह और ऋतू पाठक को तो कोई जानता भी नहीं | जबकि इवेंट कंपनियों ने कई और भी स्टार कलाकारों की लिस्ट दी थी | लेकिन बाहर से आये इवेंट कंपनियों के संचालकों का कहना है कि यहाँ पर कोई सही से काम करना ही नहीं चाहता अगर कोई अच्छा कलाकार बुलाना था तो इतने कम टाइम में नहीं और पहले ही तय कर लिया जाता और एक बार इवेंट कंपनियों से कलाकारों की रेट लेकर बाद में फिर बार्गेनिंग की जाती है | इससे अधिकतर कंपनियां छोटे छोटे कलाकारों की रेट बढ़ा के देते है | और दिवाली के मोके पर आखरी टाइम में किसी बड़े कलाकार की डेट नहीं मिलती और अगर मिलती है तो फिर उस नाईट की कीमत बढ़ जाती है | जब कि इवेंट कंपनियों से कलाकारों की रेट और टेंडर २५ दिन पहले ही ले लिये थे |
दीपावली दशहरे मेले में जनता के लाखों रूपये घटिया कलाकारों पर लुटाने की तैयारी
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