उदयपुर। नगर निगम बोर्ड की शुक्रवार को हुई अंतिम बैठक भी पिछली बैठकों की तरह कुछ शोरशराबे और टोका-टाकी के साथ निपट गई। बड़े निर्णयों के नाम पर प्रताप गौरव केन्द्र विकास के लिए राशि उपलब्ध कराने तथा संस्थाओं को भूमि आवंटन के लिए राज्य सरकार को अनुशंसा की गई। इसके साथ ही संशोधित बजट भी पारित कर दिया गया। बैठक शुरू होते ही प्रतिपक्ष के मनीष्ा श्रीमाली ने वित्त समिति में अनुमोदन के बिना संशोधित बजट को बोर्ड में रखने का विरोध किया। इस पर महापौर रजनी डांगी ने कहा कि बोर्ड वित्त समिति से ऊपर है। कांग्रेस पाष्ाüद रेहाना जर्मनवाला ने फरवरी से अब तक वित्त समिति की बैठक नहीं होने की बात कही। वित्त समिति अध्यक्ष कविता मोदी ने कहा कि संशोधित बजट की उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन जरूरी है तो सीधे बैठक में रखा जा सकता है। हालांकि बाद में संशोधित बजट को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
पाइप लाइन की राशि बढ़ाई
इस बीच केके कुमावत ने संशोधित बजट में पानी की पाइप के लिए राशि 75 लाख रूपए से बढ़ाकर सवा करोड़ का प्रावधान करने का सुझाव मान लिया गया। कांग्रेस की राजकुमारी मेनारिया ने सतोरिया नाले के खुले होने मामला उठाया। पाष्ाüद हेमलता शर्मा ने कहा कि उनसे किसी ने नाले के लिए नहीं कहा।
“हैसियत तो खूब है निगम की…”
महापौर ने राजीव गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय को एक करोड़ रूपए देने के लिए सरकार से अनुंशसा का प्रस्ताव रखा। इसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। महाराणा प्रताप गौरव केन्द्र के विकास के लिए एक करोड़ आर्थिक अनुदान देने के लिए सरकार से अनुशंसा के प्रस्ताव पर भाजपा की डॉ. किरण जैन ने राशि बढ़ाने को कहा। केके कुमावत ने राशि को कम बताया। प्रतिपक्ष के सदस्यों ने राशि को लेकर आपत्ति जताई। सभी के बोलने से शोरशराबा हो गया। पारस सिंघवी ने कहा कि तीन करोड़ रूपए भी दे तो कम है। इस पर नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली ने महापौर से केंद्र से कोई प्रस्ताव मिलने और उसमें राशि का उल्लेख होने के बारे में सवाल किया। महापौर ने प्रस्ताव मिलने व हैसियत अनुसार राशि के लिए उसमें लिखा होना बताया। इस पर श्रीमाली ने कहा कि हैसियत तो निगम की खूब है और उनकी ओर से पांच करोड़ का प्रस्ताव है। सिंघवी ने कहा कि प्रताप को लेकर मजाक बना रखा है। इस बात को लेकर फिर शोरशराबा हुआ। इस बीच, तीन करोड़ रूपए देने का प्रस्ताव पास किया गया।
गुस्से में फेंक दिया माइक
कांग्रेस की नफीसा बानो ने देहलीगेट स्थित तैयाबियाह स्कूल के बाहर अतिक्रमण और गंदगी का मामला उठाया। महापौर ने सफाई करवाने पर विरोध होने की जानकारी दी। इस पर मुस्लिम अली बंदूकवाला ने आपत्ति की। महापौर ने कोर्ट के आदेश की जांच कराकर अग्रिम कार्रवाई का भरोसा दिलाया। शोरशराबे के बीच शिप्रा उपाध्याय अपनी बात कहने के लिए खड़ी हुई तो महापौर ने राष्ट्रगान शुरू कर दिया। इससे नाराज शिप्रा ने माइक नीचे फेंक दिया।अर्चना शर्मा ने इसका समर्थन किया।
ये मुद्दे भी उठे
कांग्रेस पाष्ाüद राकेश खोखावत ने सफाईकर्मी भर्ती का मामला उठाया। कांग्रेस पाष्ाüद मोहम्मद अयूब ने कहा कि उदयपुर की जनता ठगी हुई है। अतिक्रमण, अवैध निर्माण सहित कई मुद्दे गौण कर दिए। जवाब में महापौर ने कहा कि ऎसा काम नहीं किया, जिससे दाग लगा हो। नेता प्रतिपक्ष श्रीमाली ने कहा कि ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में महापौर ने वल्लभाचार्य पार्क में सामुदायिक भवन बनवाने की घोष्ाणा की थी, लेकिन पार्क में परशुराम की प्रतिमा होने से भवन नहीं बनवाया गया।