उदयपुर । ओवरलोडिंग में कथित एकतरफा कार्रवाई को लेकर रेती ट्रक व ट्रैक्टर यूनियन आंदोलन की राह पर है। यूनियन ने इसके विरोध में रविवार रात से बजरी परिवहन बंद करने का ऎलान किया है। इससे बजरी के दाम बढ़ने की आशंका है। यूनियन की रविवार को हुई बैठक मे रात 12 बजे से बजरी परिवहन बंद करने का निर्णय किया गया।
वक्ताओं ने आरोप लगाया कि ओवरलोडिंग में केवल बजरी को ही निशाना बनाया जा रहा है। खनिज विभाग पुलिस विभाग के साथ बजरी लोडिंग पर भी ध्यान दे रहा है जबकि मार्बल, पत्थर, गिट्टी तथा सीमेंट आदि खुलेआम ओवरलोडिंग लाए जा रहे है। नदी में कांटा नहीं है अत: आधे से एक टन रेत अधिक आना स्वभाविक है। इसे भी ओवरलोडिंग में लेकर कार्रवाई की जा रही है। इसकी आड़ में कथित तौर पर चौथवसूली की जा रही है।
दाम बढ़ने के आसार त्न: यूनियन के इस निर्णय से शहर मे बजरी के दाम बढ़ने के आसार है। एक साथ सैकड़ों ट्रक व ट्रैक्टर बंद होने से कालाबाजारी बढ़ने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। बताया जाता है कि आवश्यक वस्तु अधिनियम में लेने के बाद इसके भाव 490 रूपए टन निर्घारित किए गए थे। उस समय अण्डरलोडिंग के अलग प्रावधान थे। न्यायालय के निर्णय के बाद आठ टन ट्रक व तीन टन ट्रैक्टर ट्रॉली तय कर दिया गया जबकि पूर्व में यह अधिक था। ऎसे में ट्रांसपोर्टर्स के लिए 490 रूपए टन रेत लाना मुनासिब नहीं हो रहा है। यूनियन उपाध्यक्ष अंतोष चौधरी व सचिव प्रेमसिंह का कहना है कि ठेकेदार के इशारे पर विभाग पुलिस के साथ मिलकर यह खेल खेल रहा है। इसके विरोध में संगठन ने रात 12 बजे से रेत परिवहन बंद करने का निर्णय किया है। इस पर आगामी रणनीति तय करने के लिए संगठन की सोमवार सुबह 10 बजे आपकी ढाणी के सामने हनुमान मंदिर में बैठक होगी।