उदयपुर। स्वाधीनता दिवस की 67वीं सालगिरह पर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारा ध्येय सबजन उत्थान-सबजन विकास है। हम नारो में नहीं नीतियों में विश्वास करते है, वायदों में नहीं काम में विश्वास रखते हैं। इस दौरान हम युवाओं की अपेक्षा पर खरा उतरते हुए 15 लाख युवाओं को रोजगार देकर ही चैन की सांस लेंगे।
श्रीमती राजे स्वाधीनता दिवस के अवसर पर उदयपुर के महाराणा भूपाल स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद विशाल जनसमुदाय को संबोधित कर रही थीं।
समारोह में परेड कमाण्डर शालिनी राज के नेतृत्व में मेवाड, आरएसी, हाडीरानी बटालियन, जिला पुलिस, यातायात पुलिस, बार्डर होमगाड्र्स, पांचवी एनसीसी गल्र्स, छठी राज. एनसीसी एयरविंग, एसपीसी, गाईड स्काउट की इन टुक$िडयों ने भाग लिया। इतिहास में पहली बार स्वाधीनता दिवस समारोह में आयोजित परेड में 4 महिला, लाटून ने हिस्सा लिया । साथ ही समारोह में आयोजित मोटरसाइकिल करतब प्रदर्शन में 25 प्रतिशत महिलाओं ने भाग लिया। 100 से अधिक जनजाति की बालिकाओं ने आत्म सुरक्षा का आकर्षक प्रदर्शन प्रस्तुत किया।
समारोह में 1225 स्कूली बच्चों ने तिरंगे के साथ ‘मुक्त देश के मुक्त गगन में आज तिरंगा लहरा‘ गीत के साथ तिरंगी पोशाक में अभिभूत कर देने वाला सामुहिक नृत्य प्रस्तुत किया। इसी सामुहिक नृत्य कार्यक्रम में बंगाली, राजस्थानी, गुजराती, दक्षिण भारतीय, लोकनृत्य की विभिन्न शैलियां के साथ की गई प्रस्तुतियों ने अविस्मरणीय प्रभाव छोडा। पुलिस जवानों द्वारा घु$डसवारी एवं मोटरसाइकिल के हैरत अंगेज प्रदर्शन किये गये।
अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि मेवाड की यह धरा स्वर्ग जैसी सुन्दर है, जहॉ के कण कण में शौर्य और बलिदान की कहानियां है। यह धरा कोई साधारण भूमि नहीं है। महाराणा प्रताप की जन्मस्थली रही इस धरती पर ऐतिहासिक हल्दीघाटी युद्घ मातृभूमि की रक्षा के लिए हुआ जो हमे आज भी प्रेरित करता है। ऐसी पवित्र माटी को मैं शत-शत नमन करती हंू।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा ध्येय है ‘सब जन उत्थान-सब जन विकास‘‘ आपके सपने हमारे सपने है और यह सपने सच होंगे। हमारी पिछली सरकार के आखिरी तीन साल में भी कुछ व्यक्तियों ने हम सब का ध्यान बांटने की कोशिश की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपके द्वार भामाशाह योजना, कौशल विकास, नई औद्योगिक निवेश, खनिज तथा सौर ऊर्जा नीतियों को शीघ्र जारी करना सदियों पुरानी राशन दुकानों का आधुनिकीकरण और ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित करना हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
राजस्थान विद्युत उत्पादन में आत्म निर्भर बनेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश विद्युत उत्पादन में आत्मनिर्भर बने इसके लिए हम दृढ इच्छा शक्ति से साथ जुट गये है। प्रदेश सौर ऊर्जा में देश का सिरमौर बने इस नेक इरादे का जमीनी अंजाम देने के लिए हम आगामी 5 वर्षो में 25 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए नई सौर ऊर्जा नीति बनायेंगे।
नदियां जोड़ेगें :
श्रीमती राजे ने कहा कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का सपना था कि देश की नदियां जुडे। अटल जी के इस सपने को राजस्थान में हमारी सरकार पूरा करेगी। इसके लिए राजस्थान रिवर बेसिन अथॉरिटी का गठन कर हम एक महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरूआत करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां आजीविका मिशन के तहत पहला आजीविका स्किल सेन्टर स्थापित करने जा रहा है। आपको जानकर खुशी होगी कि यह सेन्टर उदयपुर में ही स्थापित किया जा रहा है। युवाओं का कौशल कार्यक्रम हमारी सरकार का एक मुख्य उद्देश्य है। मैं राजस्थान के स्वाभिमानी नौजवानों को आश्वस्त करती हूं कि हम इन पांच सालों में 15 लाख युवाओं को रोजगार से जोडेंगे।
सेवा ही आनन्द है
श्रीमती राजे ने रविन्द्र नाथ टेगोर का एक कथन दोहराते हुए कहा कि ‘‘मैंने सोते हुए सपना देखा कि जीवन आनन्द है। मैं जागा तो पाया कि जीवन सेवा है। मैंने सेवा करके पाया कि सेवा ही आनंद है।‘‘ यही हमारी सरकार की सोच को प्रकट करता है।
मेवाड के लिए सौगातें
मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने इस समारोह में मेवा$ड के लिए भी घोषणाएं कर यहॉ के नागरिकों को स्वाधीनता दिवस पर सौगातें दी। उन्होंने कहा कि पर्यटन को ब$ढावा देने के लिए उदयपुर जिले के सज्जनगढ बायलॉजिकल पार्क को इस वर्ष के अन्त तक पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। प्रतापगढ जिले में गौतमेश्वर मेला, भंवरमाता मेला, सीतामाता मेला और अम्बामाता मेलों का प्रबंधन राज्य मेला प्राधिकरण के अन्तर्गत किया जाएगा। गौतमेश्वर महादेव मंदिर रखरखाव के लिए विशेष तकनीकी एवं वित्तीय सहायता दी जाएगी।
संभाग के अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में 24 घण्टे बिजली मिले इसके लिए फीडर मेन्टेनेन्स कार्यक्रम के अन्तर्गत 23 करोड रूपय की लागत से 591 फीडरों की मरम्मत होगी। प्रतापगढ शहर की पेयजल समस्या समाधान के लिए 80 करोड की लागत से जाखम बांध पर इन्टेक वेल व चोर मगरा पर द्वितीय पम्पिंग स्टेशन का निर्माण करवाया जाएगा। 5 करो$ड रूपये खर्च कर डूंगरपुर शहर की पुरानी पेयजल पाइप लाईन को बदला जाएगा। छोटी सादडी की पेयजल समस्या समाधान के लिए हमेरा बांध के निर्माण के लिए 930 लाख रूपये की स्वीकृति जारी कर शीघ्र कार्य प्रारंभ किया जाएगा। जनजाति क्षेत्र में 41 बन्द पडी जलोत्थान सिंचाई परियोजनाओं को पानी की उपलब्धता के आधार पर पुन: शुरू किया जाएगा। प्रतापगढ एवं छोटी सादडी शहर के मध्य से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 113 की समस्या का भी बाईपास निर्माण के माध्यम से समाधान होगा।