शिक्षा को संस्कार एवं जीवन मूल्यों से जोडे प्रो- सारंगदेवोत
उदयपुर , जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के तीनों परिसर में 68वॉ स्वाधीनता समारोह धूमधाम से मनाया गया । मुख्य समारोह पंचायत यूनिट परिसर डबोक में मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एस.एस सारंगदेवोेत ने ध्वजारोहण किया । अध्यक्षता कुल प्रमुख भॅवर लाल गुर्जर ने की । अधिष्ठाता अरूण पानेरी ने बताया कि समारोह में ओसीडीसी, होम्योपेथिक कॉलेज, फिजियोथेरेपी, कन्या महाविद्यालय, श्रीमन नारायण लोकमान्य तिलक कॉलेज के छात्र छात्राओं ने देश भक्ति गीतोें, नृत्य पर अपनी आकर्षक प्रस्तुतियॉ दी ।
कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, महंगाई, आतंकवाद, क्षेत्रवाल, अलगाववाद, महिला उत्पीडन को खत्म कर देश की एकता, अखण्डता की भावना लानी होगी । इस हेतु युवाओं की भूमिका समाज निर्माण में महत्वपूर्ण है
प्रशासनिक भवन, श्रमजीवी महाविद्यालय में फहराया तिरंगा
प्रताप नगर स्थित प्रशासनिक भवन पर कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने सभी कर्मचारियों के साथ तिरंगा फहराया । संचालन डॉ. प्रकाश शर्मा ने किया । धन्यवाद रजिस्ट्रार डॉ. सी.पी अग्रवाल ने दिया । पीठ स्थिवर प्रो. एस.के. मिश्रा., डॉ.0 हेमशंकर दाधीच, डॉ. हीना खान, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. दिलीप सिंह चौहान सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
श्रमजीवी महाविद्यालय में कुलपति प्रो. एस.एस सारंगदेवोत ने तिरंगा फहराने के बाद कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिये जो मनुष्य को अपने पेरो पर खडा होना सीखा सके तो स्वतः आर्थिक सुधार आ जायेगा। आज राष्ट्र के प्रति समर्पण तथा समाज के प्रति देखने का नजरिया बदल गया है । शिक्षा को संस्कार तथा जीवन मूल्य से जोडना जरूरी है।