प्रदेश में देरी से आया मानसून अब जमकर बरस रहा है। राज्य में गुरूवार तक सामान्य से 3.44 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। 33 में से 16 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है।
वहीं शुक्रवार सुबह भी जयपुर में बारिश हुई। प्रदेश में बुधवार तक 6 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई थी, गुरूवार को 10 और जिले इस फेहरिस्त में जुड़ गए। प्रदेश के कई इलाके सड़क मार्ग से कट गए हैं। पाली के सेंदड़ा-बर रेलवे लाइन पर गुरूवार दोपहर एक चट्टान गिरने से 9 यात्री रेलगाडियां देरी से चलीं।
अजमेर के सरवाड़ और भिनाय में बाढ़ के हालात बन गए हैं। धौलपुर-कोटा बैराज से पानी छोड़ने और बारिश के बाद चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रशासन ने आसपास के गांवों में अलर्ट जारी करवा दिया है।
हेलीकॉप्टर लौटे
टोंक में गहलोद घाट और पीपलू तहसील के पास बनास नदी में गुरूवार को 104 मजदूर और 36 बजरी के ट्रक फंस गए।
पीपलू तहसील के पास नदी के पेटे फंसे 79 मजदूरों को प्रशासन के बचाव दल ने बचाया, वहीं गहलोद घाट पर नदी में फंसे 25 मजदूरों को ग्रामीणों ने बचाया। वायुसेना व आर्मी के दो हेलीकोप्टर भेजे गए, लेकिन मौसम खराब होने से बैंरग लौटना पड़ा।
रामगंजबालाजी और बूंदी में मांगली नदी के बीच स्थित आश्रम में रामधुन कर रहे 11 श्रद्धालु गुरूवार तड़के नदी में उफान आने से फंस गए। बाद में रेस्क्यू टीम ने चार घंटे की मशक्कत कर रस्सों के सहारे सभी को सुरक्षित निकाल लिया।
बहने से दो की मौत
बूंदी में हिण्डोली क्षेत्र के कराड़ खेड़ी निवासी गोपाललाल रैगर की नाले में बहने से मौत हो गई। उधर, ग्राम सियाणा के नाले में एक युवक का शव बह कर आया है।
पटरियों व हाईवे पर गिरी चट्टान
पाली के सेंदड़ा और बर के बीच रेलवे लाइन पर गुरूवार दोपहर एक चट्टान गिर गई। इससे तीन घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा। इससे 9 पैसेंजर ट्रेनें और 11 मालगाडियां देरी से चलीं। –