उदयपुर , भीलो का बेदला प्रतापपुरा स्थित पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल में पैर की हड्डी की बरसो पुरानी गॉठ का सफल ऑपरेशन किया गया। लगभग तीन घण्टे तक चले इस जटिल एवं जोखिम भरे ऑपरेशन को अंजाम दिया डॉ.सालेह मोहम्मद कागजी, डॉ.तरूण भटनागर, अजय चौधरी,बृजेश भारद्वाज एवं सुभाष की टीम ने।
संस्थान के डॉ. डी.पी.अग्रवाल ने बताया कि राजसमन्द निवासी 25 बर्षीय देविका के पिछले 15 सालो से दायें पैर में हड्डी की गॉठ जो कि लगभग एक किलो वजनी नस एवं खून की नली के नीचे बड रही थी। कई जगहो पर ईलाज कराने के बाद भी जब कोई फायदा नही मिला। देविका के परिजनो ने जब इसे पीएमसीएच में डॉ.सालेह मोहम्मद कागजी को दिखाया तो जॉच करने पर पाया कि यह गॉठ अब आकृति में बड रही हैं जो कभी भी कैन्सर में परिवर्तित हो सकती हैं और कई बार मरीज के पॉव काटने तक की नौबत भी आ जाती है तो ऐसी स्थिति में ऑपरेशन ही इसका आखिरी रास्ता था।
यह गॉठ का ऑपरेशन जटिल होने के साथ-साथ खतरे वाला था क्योकि इस ऑपरेशन में पॉव की पोपलिटियल नस एवं खून की नली क्षतिग्रस्त हो सकती थी एवं मरीज का पैर नष्ट हो सकता था। अभी देविका पूरी तरह स्वस्थ्य है और आराम से चल फिर सकती है।
डॉ.कागजी ने बताया कि हड्डी की ऐसी गॉठ बच्चो के कम उम्र में हो जाती है एवं कई बर्षो तक इसका पता नहीं चलता जब तक कि यह गॉठ बडी न हो जाए या दर्द न करे। इसे ओस्टिया कोन्ड््रोमा कहा जाता है जो कि भबिष्य में कभी-कभी ओस्टियो सारकोमा कैन्सर में बदल सकता हैं।