उदयपुर , धरती , पानी , हवा और आकाश में बढ़ रहे प्रदुषण वनो का विनाश एअत्यधिक जल उपयोग एवं प्रकृति के अत्यधिक दोहन को पृथ्वी दिवस के अवसर पर सज्जनगढ़ में आयोजित उपली बड़ी उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्रों एवं पर्यावरण हितैषियों के मध्य हुए संवाद में खतरनाक बतलाया । इस अवसर पर छात्रों ए शिक्षको ए पर्यावरण प्रेमियों ए दिल्लीए हैदराबाद एवं यूरोप से आये सैलानियों ने शपथ ली कि हम सभी अपने घर के साथ साथ अपने मोहल्ले को साफ़ रखने में अपना योगदान देंगे। हम लोग खुद एक एक पेड़ लगाएंगे और हर व्यक्ति एक एक बालक को एक एक पेड़ लगाने को प्रेरित करेगा। बड़ी विद्यालय ए पर्यावरण शिक्षा समितिए झील हितेषी नागरिक मंच ए पहल वन विभाग एवं डॉ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल के सयुक्त तत्वावधान में आयोजान किया गया।
पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ सतीश शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि पृथ्वी को आदमी के जीने लायक बनाएँ रखने के लिए जल थल एवं नभ को प्रदुषण रहित बनाये रखने के साथ ही वनो का संरक्षण ए जानवरो का संरक्षण ए पेय जल स्त्रोतों का संरक्षण जरुरी है।
डॉ मोहन सिंह मेहता ट्रस्ट के सचिव नन्द किशोर शर्मा ने कहा की पृथ्वी कई तरह कीजैव विविधता से भरी हुई है और ये विविधता धीरे धीरे लुप्त हो रही है इसके बारे में विद्यालय स्तर से ही बालको में जानकारी साझा करने की जरुरत है। शर्मा ने ग्लोबल वार्मिंग एवं क्लाइमेट चेंज का कारण धरती एवं आकाश पर बढ़ता प्रदुषण बतलाया।
झील हितेषी नागरिक मंच के हांजी सरदार मोहम्मद ने जल स्त्रोतों पर सफाई बनाये रखने का आग्रह किया।
पर्यावरण शिक्षा एवं समन्वयन समिति के प्रकाश तिवारी ने कहा की धरती हमारी माता है वन उसके श्रृंगार है हमें कोशिश करनी चाहिए कि ये धरती श्रृंगारित हो और खूबसूरत बानी रहे।
हैदराबाद से आये पर्यटकों ने ख़ुशी जताते हुए कहा की शहर की झीले बहुत साफ़ है जबकि हैदराबाद का हुसैन सागर झील बहुत गन्दी और प्रदूषित है। विद्यालय की प्राचार्य झाला ने कहा कि पर्यावरण शिक्षा बालक के लिए निहायत जरुरी है। प्रकृति को बालक अपने बहुत नजदीक पाता है इसके महत्त्व की चेतना बालक में शुरू से ही आनी चाहिए। संवाद में शिक्षको ए शैलानिओ एवं पयावरण हितैषियों ने भी अपने विचार रखे।
नितेश सिंह
कार्यालय प्रशाशक