उदयपुर , मधुमेह की बीमारी को नियंत्रित करने के लिए दवाओं के साथ-साथ नियंत्रित आहार एवं व्यायाम अतिआवश्यक है। जो रोगी मधुमेह की प्रारभिक अवस्था में नियंत्रित आहार और उचित व्यायाम पर ध्यान देते है उन्हें वर्षो तक मधुमेह की दवाओं का सेवन नहीं करना पड़ता है और वह स्वस्थ जीवन यापन कर सकते है। यह बात शनिवार को शहर के अशोक नगर स्थित विज्ञान समिति सभागार में दीर्घायु फांउडेशन द्वारा ‘‘महिलाओं के लिए आयोजित विशेष डायबिटिज नेवीगेटर ट्रेनिंग प्रोग्राम में सामने आई, उदयपुर की प्रमुख डायबिटिज विशेषज्ञ डॉ. गरिमा चतुर्वेदी ने महिलाओं में डायबिटिज की विशेष समस्याओं पर जानकारी दी।
उन्होंने डायबिटिज पीड़ित महिलाओं को हार्टअटेक मरीज की मदद कैसे कि जाए, डायबिटिज मैनेजमेंट, डायबिटिज हार्टअटेक इमरजेंसी और हार्ट अटेक की बीमारी को कैसे पहचाना जाएं के बारे में महिलाओं को विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में डॉ. संदीप भटनागर ने डायबिटिज से बचाव के उपाय बताये तथा कार्डियोलोजिस्ट डॉ. सी.पी. पुरोहित ने महिलाओं में हदय रोग के बारे में जानकारी दी
दीर्घायु फाउन्डेशन के आनन्द चतुर्वेदी ने बताया कि महिलाओं के लिए विशेष रूप से आयोजित डायबिटिज नेविगेटर प्रोग्राम में शहर की 200 से अधिक महिलाओं ने भागीदारी की इस अवसर पर मधुमेह से बचाव के उत्पादों का एक लघु मेला भी लगाया गया था जिसमे अमेरिका से आयातित स्वास्थ्यप्रद खाद्य वस्तुए डायबिटिज फुटवियर के स्टॉल लगाये गये। डायबिटिज पर नियंत्रण हेतु भारत के पहले सॉफ्टवेयर ‘‘हेक्टर’’ की प्रदर्शनी, कोजन्ट इन्फोमीडिया द्वारा आयोजित की गई, इस आयोजन में रोटरी क्लब, हैरिटेज सहभागी रहा। समारोह की अध्यक्षता श्री निर्मल सिंघवी, चेयरमैन रोटरी सर्विस फांउडेशन ने की। अपनी तरह के इस पहले आयोजन में उदयपुर की प्रबुद्ध महिलाओं ने उत्साह से भाग लिया। इस अवसर पर रोटरी क्लब की ओर से माया चावत, पुष्पा कोठारी नीलू जावेटिया, रमेश मोदी, सुशील बाठिया, आशीष बाठिंया और राहुल भटनागर, रमेश मोदी, महामंत्री सुशील बाठिया,, दीपक सुखाड़िया, दीपक शर्मा आदि भी उपस्थित थे।