उदयपुर ,. महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की महाना छठी मंगलवार को है। नए साल में यह पहली छठी है। इधर छठी की फातिहा में भाग लेने के लिए जायरीन के पहुंचने का सिलसिला सोमवार रात से ही शुरू हो गया।
अंजुमन सैयदजादगान के सचिव सैयद वाहिद हुसैन अंगाराशाह के मुताबिक दरगाह के अहाता ए नूर में सुबह 9 बजे खुद्दाम ए ख्वाजा की ओर से छठी शरीफ की रस्म अदा कराई जाएगी। तिलावत कुरान शरीफ के बाद शिजराख्वानी और सलातो सलाम होगा। बाद में मुल्क व सूबे में अमन की दुआ की जाएगी। हिजरी संवत रबी उल अव्वल होने के कारण माना जा रहा रहा है कि छठी शरीफ में जायरीन की संख्या अधिक रह सकती है।
अंजुमन शेखजादगान की ओर से जोहर की नमाज के बाद कुरान ख्वानी कराई जाएगी। शकील चिश्ती को कन्वीनर बनाया गया है। दरगाह की अकबरी मस्जिद में गरीब नवाज सेवा समिति की ओर से सुबह 11 बजे जायरीन के लिए लंगर का आयोजन किया जाएगा। अंजुमन सैयदजादगान की ओर से भी जायरीन के लिए लंगर होगा।