उदयपुर , केन्द्र सरकार द्वारा मुस्लिम पर्सनल ला में दखलंदाजी देते हुए तीन तलाक के विरोध सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाए जाने के विरोध में आज उदयपुर शहर के मुस्लिमों ने एक जुट हो कर मौन जुलुस निकाला। मुस्लिम समाज के ओल्माओं ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर विरोध जताया ज्ञापन में लिखा गया कि मुस्लिम शरिया क़ानून में किसी भी तरह के बदलाव और दखल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
तीन तलाक के विरोध में केन्द्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगा शरिया कानून में तीन तलाक के मामले में बदलाव करना चाहती है। केन्द्र सरकार के इस निर्णय का देश भर के मुस्लिमों द्वारा विरोध किया जा रहा रहा है। इसी क्रम में आज उदयपुर का मुस्लिम समाज लामबंद हो गया। जुमा की नमाज के बाद अंजुमन चोक में काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए और मौन जुलुस के रूप में जिला कलेक्ट्री पहुचे। जुमा की नमाज़ के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्र मुल्लातलाई, सज्जन नगर, सविना, आयड़, बरकत कोलोनी, रजा नगर, खांजीपीर, धोलिबावादी, सिलावट वाडी आदि कई मुस्लिम मोहल्लों से भारी संख्या में लोग अंजुमन पहुचे वहां से जुलुस के रूप दिन मेंतीन बजे रवाना हुए। जुलुस अंजुमन से झीनी रेत चोक सूरजपोल, बापूबाजार, देहली गेट होते हुए जिला कलेक्ट्री पंहुचा वहां पर एक बार केन्द्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ युवाओं द्वारा नारे बाजी भी की गयी लेकिन बाद में समाज के लोगों के समझाने पर नारे बंद हुए। जिला कलेक्टर को पांच सदस्य ज्ञापन देने पहुचे। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन में साफ़ लिखा गया कि केन्द्र सरकार तीन तलाक के मुद्दे पर राजनीति करना चाहती है और शरिया क़ानून में बदलाव करना चाहती है। देश का कोई भी मुसलमान शरिया कानून में बदलाव के पक्ष में नहीं है। शरिया कानून में औरतों को पूरा हक़ दिया गया है। कई भ्रमित बाते फैला कर इस्लामी शरिया कानून के खिलाफ भ्रम फैलाया जारहा है जो स्वीकार नहीं किया जायेगा। जुलुस और धरने के दौरान पांच हज़ार से अधिक लोग जिला कलेक्ट्री के बाहर बैठे रहे विरोध प्रदर्शन करते रहे। जुलुस के दौरान समाज के कई नेता और ओलमा ए किराम शामिल हुए थे। इस अवसर पर अंजुमन तालीमुल इस्लाम सैक्रेट्री रिजवान खान, अशरफ जीलानी, अकीलुद्दीन सक्का, नजर मोहम्मद, पूर्व सदर शराफत खान, फारूख हुसैन, मुनव्वर अशरफ, मुजीब सिद्दीकी, पूर्व पार्षद नासिर खान, पार्षद मोहसिन खान, पार्षद राशीद खान, मोहसिन हैदर, पप्पु भाई मेवाफरोश, मकबुल हुसैन मेवाफरोश, इकबाल बाली, जाकिर हुसैन, तबरेज खान, रियाज हुसैन, मुर्तजा हुसैन, मुस्तफा, शोएब खान, गुलाम दस्तगीर, उलमाए दीन में मुफ्ती नईमुल्लाह फैजी, मुफ्ती मुर्तिउर्रेहमान, मुफ्ती बद्रे आलम, मौलाना शरफुद्दीन, मौलाना आस मोहम्मद, मौलाना जुलकरनैन, मौलाना मुसन्ना रजवी सहित कई समाज के मोतबिरान व हजारों मुस्लिम लोग मौजूद थे।