खेरवाड़ा थाने के अंतर्गत जवास चौकी पर कार्यरत हैड कांस्टेबल को डूंगरपुर एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा
खेरवाड़ा.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो डूंगरपुर ने बड़ी कार्यवाही करते हुए खेरवाड़ा थाना अन्तर्गत जवास चौकी के हैड कांस्टेबल चंद्रशेखर चौबीसा को खेरवाड़ा थाना परिसर में 700 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस उप अधीक्षक गुलाब सिंह कटारा ने बताया कि कालूलाल पिता लक्ष्मण डामोर, निवासी सामीतेड़ के विरूद्ध पारिवारिक न्यायालय उदयपुर से एक वसूली वारंट पूर्व में जारी किया हुआ था, जो अभी तक पेंडिंग था। उक्त वारंट की तामील करने के बजाय उसे अदम तामील वापस भेजने की एवज में कालूलाल के साथी थावरचंद रावल से 1000 रुपए की राशि की मांग की। इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो डूंगरपुर में परिवादी कालूलाल ने अपने साथी थावरचन्द के साथ मिलकर रिपोर्ट पेश की। चंूकि वसूली वारंट के अन्तर्गत परिवादी कालूलाल स्वयं पुलिस के सामने उपस्थित नही हो सकता था, अत: उसने अपने मध्यस्थ थावरचन्द रावल के साथ मिलकर रिश्वत राशि 300 रू. पूर्व में 19 अक्टूबर को दी एवं शिकायत का सत्यापन करवाया।
इस पर सोमवार की शाम से ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के दल ने अपना जाल खेरवाड़ा थाने के आस-पास बिछा दिया था, परन्तु हैड कांस्टेबल चन्द्रशेखर चौबीसा खेरवाड़ा में उपस्थित नहीं था, जो देर रात्रि को खेरवाड़ा थाने पहुंचा तो इस पर परिवादी ने सुबह 8 बजते ही हैड कांस्टेबल चन्द्रशेखर से सम्पर्क किया, इस पर चन्द्रशेखर ने परिवादी के साथी से थाना परिसर के ऊपर एक कमरे में उसे बुला लिया और उससे 700 रू. की राशि प्राप्त कर ली। राशि लेने के बाद हेड़ कानिस्टेबल परिवादी के साथी को चाय पिलाने थाने के बाहर थड़ी पर ले गया। बाहर निकलते ही ब्यूरो की टीम को इशारा मिलने पर टीम ने हैड कांस्टेबल को तुरन्त घेरकर उसे थाने स्थित ऊपर के कमरे में ले गए, जहां रखे 700 रू. बरामद कर लिया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो डूंगरपुर की टीम में उप अधीक्षक गुलाबसिंह के नेतृत्व में आरक्षक दिलीप सिंह, करण सिंह, विक्रम सिंह, दिनेश कुमार, नारायणलाल सहित 2 स्वतंत्र गवाह भी उपस्थित थे।