उदयपुर। सेकण्ड ग्रेड शिक्षक की परीक्षा बुधवार को आयोजित हुई इस परीक्षा को लेकर एक ऐसे होसले वाली महिला का किस्सा सामने आया कि उसके होसले के आगे हर कोई अचंभित हो गया। सिजेरियन से प्रसव होने के दुसरे दिन ही तकलीफों के बावजूद महिला परीक्षा केंद्र में पहुच गयी और अपना पेपर दिया ।
उदयपुर जिले में सराडा की रहने वाली नाजमीन बानों ने गर्भवती होने के बावजूद भी बड़ी मेहनत और लगन से सेकण्ड ग्रेड शिक्षक परीक्षा की तय्यारी की थी लेकिन एन परीक्षा के मात्र दो दिन पहले सिजेरियन से प्रसव करवाना पढ़ा। इसके बावजूद नाजमीन की हिम्मत नहीं टूटी और ओपरेशन के बाद भी वह बुधवार को पानेरियों की मादडी स्थित स्कूल में आये सेंटर में परीक्षा देने पहुची। नाजमीन की इस हिम्मत होसले और शिक्षक बनने के जूनून को सबने सलाम किया एक तरफ जिस अरावली हॉस्पिटल में नाजमीन भर्ती थी वहां की डॉक्टर और स्टाफ ने काफी सहायता की और स्टाफ की देख रेख में उसको एम्बुलेंस से परीक्षा केंद्र भेजा गया । इधर परीक्षा केंद्र में तैनात परीक्षा संचालक को भी जब इस बात का पता चला तो उन्होंने नाजमीन की सहायता की और परीक्षा हॉल के सामने ही एम्बुलेंस खड़ी करवाई । एम्बुलेंस में नवजात बच्चे को लेकर नाना नानी को बैठने की इजाजत भी मिल गयी। जीतनी देर तक परीक्षा चलती रही नाना नानी बच्चे की देखभाल करते रहे। नाजमीन ने बताया कि शिक्षक बनने का उसका सपना है और उसने इस परीक्षा के लिए गर्भवती होने के बावजूद भी तय्यारी जारी राखी थी । आगे भी वह अपने बाकी पेपर इसी तरह देगी । नाजमीन की इस हिम्मत में साथ उसके परिजनों सहित अरावली अस्पताल के स्टाफ और परीक्षा केंद्र पर तैनात कर्मचारियों ने भी दिया ।