उदयपुर। नफरत का सौदा करने वाले कम नहीं है और यह कोई मौका नहीं चूकते। पिछले तीन दिनों से उदयपुर के गुलाब बाग़ में सत्यार्थ प्रकाश महोत्सव चल रहा था जहाँ पर बाहर से आये कुछ लोगों द्वारा सत्यार्थ प्रकाश साहित्य के नाम पर कुछ किताबों की स्टालें भी लगी हुई थी यही। इन स्टालों में इस्लाम और पैगम्बर को बदनाम करने के लिए ऐसी पुस्तकों को बेच रहे थे जिसमे मुस्लिम के सबसे बड़े धर्म गुरु के बारे में आपत्तिजनक व्याख्या के थी। साथ ही इस्लाम और इस्लाम की धार्मिक किताब के बारे में आपत्तिजनक व्याख्या करती हुई पुस्तकों का बेचान किया जा रहा था। इन किताबों को लेकर उस वक़्त हंगामा हो गया जब कुछ मुस्लिम युवक वहां गए और उनकी नज़र जब उन किताबों पर पड़ी तो आक्रोशित हो गए। जब स्टाल मालिकों से पूछा तो वह कुछ जवाब नहीं दे पाया। मामला बढ़ा तो पुलिस तक पहुंचा। अंजुमन के सदर मोहम्मद खलील सहित कई समाज के लोग सूरजपोल थाने जमा हो गए और थाना अधिकारी से कार्रवाई की मांग करने लगे। समाज के लोगों ने थाना अधिकारी को परिवाद दिया है और दो दिन के अंदर कार्रवाई करने की मांग की है। अंजुमन के सदर मोहम्मद खलील ने कहा है की गुलाब बाग़ के नवलखा महल में सत्यार्थ प्रकाश महोत्सव में जो किताबे बेचीं जा रही थी उस स्टाल मालिक महोत्सव के आयोजक के खिलाफ कार्रवाई करे।
आज जबकि हर तरफ एक अजीब सा माहोल तय्यार किया जारहा है ऐसे दौर में इस तरह की पुस्तकों का खुलेआम स्टाल लगा कर बेचना एक धर्म के नाम पर दुसरे धर्म को बदनाम करने की कुछ घटिया लोगों की साजिश है। हद तो यह है कि हिंदी में छपी इस किताब का प्रकाशक पाकिस्तान के किसी पब्लिकेशन का नाम छापा हुआ है। पुलिस द्वारा इस बात की गहन जांच होनी चाहिए कि कहीं हिन्दू मुस्लिम में नफरत पैदा करने की साजिश तो नहीं जो इस तरह की किताबें सत्यार्थ प्रकाश महोत्सव के दौरान बेचीं जा रही है।
गुलाब बाग़ में जमा हुए युवाओं ने भी समझदारी दिखाते हुए वहां पर कोई विवाद नहीं किया और सूचना सीधे पुलिस को दी और समाज के जिम्मेदार लोगों को बुला कर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। समाज के मोतबिर और अंजुमन कमिटी के सदर मोहम्मद खलील, नायब सदर मुनव्वर अशरफ खान, पार्षद राशिद खान, मोहसिन खान ने भी बिना किसी हंगामे और बिना किसी विवाद के सूरजपोल थाना अधिकारी को रिपोर्ट देते हुए कारवाई करने की मांग की है। सदर मोहम्मद खलील का कहना है कि यह हमारे शांत उदयपुर में नफरत फैलाने की साजिश है।
पार्षद राशिद खान और मोहसीन खान ने भी कहा कि चुनाव है और शायद हो सकता है कि चुनाव के मद्देनज़र यह कृत्य बाहरी तत्वों द्वारा किया गया है। शहर में भाईचारे का माहोल है और यहाँ पर माहोल खराब करने की साजिश है। लेकिन इस साजिश को हम कतई कामयाब नहीं होने देंगे। इसीलिए हमने बिना किसी हंगामे के शांति पूर्वक रिपोर्ट दी है जिस पर हमे आशा है कि पुलिस उचित कारवाई करेगी।
सत्यार्थ प्रकाश महोत्सव के दौरान गुलाब बाग़ में लगे बुक स्टाल पर इस्लाम और पैगम्बर विरोधी पुस्तकों की बिक्री – समाज के लोगों ने जताया विरोध कहा शांत शहर में अशांति फैलाने की बाहरी तत्वों की साजिश।
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