उदयपुर। उदयपुर नगर निगम में वार्ड नंबर एक के पार्षद अतुल चंडालिया सहित 8 लोगों के खिलाफ एक महिला द्वारा छेड़खानी का मामला दर्ज कराने के बाद चण्डालिया समर्थकों के समर्थकों ने विरोध स्वरूप गुरूवार को वार्ड नम्बर एक के नीमच खेडा और देवाली इलाके में दुकानों को बंद करवा कर विरोध जताया। वही सोशल मिडिया पर समर्थक एक ही बात कहते नज़र आये अतुल भय्या को हम बरसों से जानते है वह एसा नहीं कर सकते। हालाँकि अगर पूरी घटना पर नज़र डाली जाय तो घटना छेड़खानी की ना होकर एक छोटे से एक्सीडेंट के बाद मारपीट की घटना है, जिसमे अतुल चंडालिया पहुचे तो थे सुलह कराने लेकिन अपने समर्थकों का पक्ष लेने पर असंतुष्ट हो दूसरा पक्ष इस्तगासा लेकर कोर्ट पहुच गया और छेड़खानी का आरोप लगा दिया।
आखिर मामला क्या है ?
अब अगर दूसरी तरफ 4 अक्टूबर की वारदात पर प्रकाष डाले तो सूत्रों के अनुसार दूध बैचने का काम करने वाले राजेन्द्र सिंह नामक एक युवक जो युवामोर्चा का भी कार्यकर्ता है। जिसकी गाड़ी से मामला दर्ज करवाने वाली महिला फातिमा की गाड़ी की टक्कर हो गई थी। इस पर फातिमा उसके पति व राजेन्द्र सिंह के बिच मारपीट शुरू हो गयी। थोड़ी देर में माहौल और बिगड़ा तो अड़ोस – पड़ोस की दुकानदार भी आ गए और दुधवाले से मारपीट कर दी। इसकी सूचना जैसे ही युवा मोर्चा के लोगों को मिली तो वे भी दलबल के साथ मौके पर पंहुच गए और वहां पर दोनो ही पक्षों में मारपीट हुई। कुछ देर बाद आई पुलिस माहौल पर काबू पाते हुए दोनों ही पक्षों को थाने ले गई। वही थाने में सूचना पाकर पार्षद अतुल चंडालिया भी आ पहुचे। थाणे में दोनो पक्षों ने एक दुसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। लेकिन बुधवार को फातिमा बद्री की ओर से पेश किए गए इस्तगासे के बाद माननीय न्यायालय द्वारा जांच के निर्देष दिए जाने से घटनाक्रम एक बार ताजा हो गया। माना जा रहा है कि अतुल चंडालिया थाने में मामले को निपटाने पहुचे थे लेकिन दोनों पक्षों के बिच सुलह नहीं हो पायी। ऐसा भी माना जा रहा है कि अतुल चंडालिया द्वारा एक पक्ष का पक्ष लेने पर महिला और उसका पति इस मामले को लेकर कोर्ट चले गए। जिस पर कोर्ट ने जांच के आदेश दिए। ऐसा कही भी नहीं हुआ कि पार्षद अतुल चंडालिया ने महिला के साथ छेड़खानी की हो। युवती द्वारा पेश किये गए इस्तगासे से भी यही मना जा सकता है कि चंडालिया द्वारा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं का पक्ष लेने और महिला के पति पर 151 का मामला दर्ज होने पर महिला ने अतुल चंडालिया व् अन्य लोगों पर छेड़खानी का मामला दर्ज करवाया हालाँकि इस मामले की जांच पुलिस कर रही है, जांच विचारधीन है इसलिए उदयपुर पोस्ट किसी भी बात की पुष्टि नहीं करता।
इस पूरे मामले में हकीकत क्या है वह तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन चार अक्टूबर को झगड़ा जरूर हुआ था इसमें कोई दौराय नहीं है। महिला के परिजनों और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई थी इसमें भी कोई कुरेज नहीं है। यही वजह रही होगी कि महिला के पति को हिरासत में लिया गया था। वैसे कुछ लोग तो यह भी मान रहे है कि युवा मोर्चा के दबाव में आने से पुलिस ने यह कार्रवाई की थी। अतुल चण्डालिया गृहमंत्री कटारिया के परिवारिक रिष्ते से भी जुड़े है इसलिए गृहमंत्री के रिष्तेदार की बात कैसे टाल सकती है खाकी,,,, इस बात की चर्चाएं भी चली थी। लेकिन अब खाकी भी पशोपेश की स्थिति में आ गई है कि गृहसेवक की बात रखे या कोर्ट के आदेशों की पालना में एक बार फिर उसी केस की फिर से जांच करे जिसे पहले ही पूरा कर लिया गया है।