मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा के तहत 10 अगस्त को जिले के वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र के भींडर में होने वाली सभा को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में विरोध तेज हाे गया है। सभा भींडर की बजाय भटेवर में करने की मांग को लेकर मंगलवार को वल्लभनगर क्षेत्र के प्रभारी गणपत मेनारिया के नेतृत्व मेंं कार्यकर्ता, पदाधिकारी पटेल सर्कल स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचे और देहात जिलाध्यक्ष गुणवंत सिंह झाला को चेतावनी दी कि अगर भींडर में सभा हुई तो कार्यकर्ता इसका बहिष्कार करेंगे और यात्रा को काले झंडे भी दिखाएंगे। झाला ने तत्काल यात्रा संयोजक गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को फोन किया तो उन्होंने कहा कि जो आना चाहें वो आएं, जो नहीं आना चाहते वो नहीं आएं। सभा भींडर में ही होगी। झाला ने यात्रा के सह संयोजक अशोक परनामी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर से भी बात की। परनामी ने कहा कि कार्यक्रम जनता का है और इसमें जनता को बुलाना है। यह सुनकर गुस्साए कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए और सीएम हाय-हाय, राव राजेंद्र सिंह हाय-हाय के नारे लगाने शुरू कर दिए। देहात महामंत्री चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने शाम को प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी, कटारिया व चंद्रशेखर से फिर से बात की। इन पदाधिकारियों ने कहा कि मांग पर विचार कर रहे हैं। फिर 3 घंटे बाद शाम 6 बजे धरना समाप्त हुआ।
इसलिए विरोध : सीएम की सभा से रणधीर का वोट बैंक होगा मजबूत, पिछले विस चुनाव में भाजपा के मेनारिया की हुई थी जमानत जब्त
पिछले विधानसभा चुनाव में कटारिया से अनबन के चलते वल्लभनगर से रणधीर सिंह को टिकट नहीं मिला था। फिर भींडर निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत गए। भाजपा के गणपत मेनारिया की जमानत जब्त हो गई थी। जीत के बाद रणधीर सिंह ने जनता सेना का गठन किया। भींडर की पत्नी भाजपा महिला मोर्चा में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और रणधीर सिंह सीएम के नजदीकी भी माने जाते हैं। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं को चिंता है कि सीएम की भींडर में सभा होने से रणधीर सिंह का वोट बैैंक मजबूत होगा। वहीं रणधीर सिंह की सक्रिय राजनीति का असर विधानसभा चुनाव में दिख सकता है। विधायक भींडर ने पिछले तीन-चार माह में जनता सेना का बड़े स्तर पर विस्तार कर पदाधिकारी नियुक्त किए हैं।
कार्यकर्ताओं ने पार्टी से पूछे यह सवाल…
क्या हम निर्दलीय विधायक भींडर की गोद में जाकर बैठ जाएंω?
हम कमल फूल पकड़ कर बैठे रहे और यहां जड़ों में तेजाब डाल रहे हैं।
पीएम मोदी की जयपुर सभा में वल्लभनगर से भाजपा कार्यकर्ता 13 बसें लेकर गए। सीएम की सभा तय करने से पहले पार्टी पदाधिकारियों को यहां के कार्यकर्ता क्यों याद नहीं आएω?
वल्लभनगर-भींडर में भाजपा का एक भी झंडा नहीं लगा तो क्या स्थिति हाेगीω?