उदयपुर . शहर में २६ अप्रेल को होने वाले कांग्रेस के संभाग स्तरीय सम्मलेन के पूर्व तैयारी की बैठक में मुस्लिम नेताओं ने जम कर हंगामा किया उदयपुर संभाग से पीसीसी सदस्यों की सूचि में किसी भी मुस्लिम को नहीं जोड़ना व कार्यक्रम में मुस्लिम नेताओं को उपेक्षित रखे जाने को लेकर मुस्लिम नेताओं ने विरोध किया. सम्मलेन की तैयारी की बैठक के दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव तरुण कुमार पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर गिरिजा व्यास प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रघुवीर मीणा पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया सहित कई नेता मोजूद थे. मुस्लिम नेताओं की समझाइश के बाद बैठक शुरू हुई जिसमे संभाग स्तरीय सम्मलेन के बारे चर्चा की गयी.
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शनिवार को अशोकनगर स्थित विज्ञान समिति में देहात और शहर जिला कांग्रेस कमिटी की संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया जिसमे अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव तरुण कुमार २६ अप्रेल को उदयपुर में होने वाले कांग्रेस का संभाग स्तरीय सम्मलेन की तय्यारियों पर चर्चा कर रहे थे। बैठक जैसे ही शुरू हुई शहर के मुस्लिम नेता रियाज़ मोहम्मद, नासिर खान मोहसिन खान रिजवान खान ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया। मुस्लिम नेताओं का आरोप था कि कांग्रेस को मुस्लिमों के वोट तो चाहिए लेकिन मुस्लिम नेताओं और मुस्लिमों से दूरी भी बनानी है। पुरे संभाग में कांग्रेस ने एक भी मुस्लिम नेता को पीसीसी का सदस्य नहीं बनाया यही नहीं कार्यक्रमों में भी मुस्लिम नेताओं से दूरी बनाई जा रही है . चाहे आज का ही कार्यक्रम हो जिसमे मंच पर एक भी मुस्लिम नेता नहीं है. कांग्रेसी मुस्लिम नेता रियाज़ हुसैन ने कहा की एसा नहीं है कि कांग्रेस में काबिल और पड़े लिखे मुस्लिम नेता नहीं है. शिक्षा में कई अन्य लोगों ने ज्यादा योग्यता रखते है इसके बावजूद मुस्लिम नेताओं से दूरी बनाई जा रही है. जबकि मुस्लिमों के वोट तो कांग्रेस को चाहिए लेकिन मुस्लिम नेताओं से दूरी की वजह समझ नहीं आरही . मुस्लिम समुदाय के अन्य प्रतिनिधियों ने भी आरोप लगाया कि कांग्रेस मुस्लिम समुदाय के लोगों को केवल अपना वोट बैंक मानती आई है लेकिन कांग्रेस में मुस्लिम समुदाय के लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं है साथ ही एआईसीसी के सचिव तरुण कुमार के सामने मुस्लिम समुदाय के लोगों ने साफ किया कि उदयपुर संभाग से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों के रूप में ऐसे लोगों का चयन किया गया जो केवल बड़े नेताओं की चमचागिरी करते हैं इस तरह के आरोपों के बाद करीब आधे घंटे तक बैठक में जमकर हंगामा हुआ साथ ही कुछ नेताओं ने तो मीडिया कर्मियों को भी कवरेज करने से रोका। मीडिया कर्मियों की ओर से लगातार कवरेज करने के दौरान कुछ बड़े नेताओं ने भी कैमरा बंद करने की बात कही। इस पूरे घटनाक्रम के बाद एआईसीसी के तरुण कुमार सहित पीसीसी के पदाधिकारियों की ओर से समझाइश के बाद मामला शांत हुआ और बाद में बैठक सुचारु रुप से चल सकी।