उदयपुर। सुखाड़िया रंगमंच की फाल सीलिंग पिछली रात गिर गयी और इसका गिरना महज़ एक इत्तफाक या गुणवत्ता में कमी नहीं है। यह एक बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा है, जो मौजूदा मौजूदा मेयर चंदर सिंह कोठारी और राज्य के गृहमंत्री, शहर विधायक श्री गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ उनके विरोधियों ने रची है। यही नहीं इसमें विदेशी ताकतों का हाथ भी लगता है। चाइना, पाकिस्तानी, तालिबानी और आईएसआई का हाथ होने का भी अंदेशा हमारे दूरदर्शी महाज्ञानी अधिकारियों को है। चन्दर सिंह कोठारी और श्री कटारिया विरोधियों ने पुरे षड्यंत्र के तहत विदेशी ताकतों के साथ मिल कर इस साजिश को अंजाम दिया है।
फाल सीलिंग की गुणवत्ता में कही कोई कमी नहीं थी इस सीलिंग को बाहुबली, कटप्पा और भल्लालदेव मिल कर भी नहीं तोड़ सकते थे। यह फाल सीलिंग माहेष्मती के अभेद किले की तरह थी। इसको बनाने में कोई कमी नहीं रखी गयी थी। इस फाल सीलिंग को बनाने में पुरे दो साल का वक़्त लगा था। इसमें कही भी किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ था। प्लास्टर ऑफ पेरिस के एक एक ब्लॉक को भल्लालदेव की गदा से तोड़ तोड़ कर देखा गया था। एक बार तो भल्लालदेव की गदा क्षतिग्रस्त हो गयी लेकिन फाल सीलिंग के ब्लॉक का बाल भी बांका नहीं हुआ। हमारे निकाय के अधिकारी और काम करने वाले ठेकेदार इतने मेहनती और ईमानदार है कि फाल सीलिंग गिरने का कारण इनकी लापरवाही गुणवत्ता या भ्रष्टाचार पर सवाल उठाना कटप्पा की वफादारी पर शक करने जैसा है।
हमे तो इस बात का शक है कि विरोधियों ने इस फाल सीलिंग को परमाणु बम की सहायता से रातो रात उड़ाया है और किसी को कानो कान भनक नहीं लगी। कोई विदेशी षड्यंत्रकारी चुपके से नगरनिगम में घुसा निगम की छत पर पहुंचा और ड्रिल मशीन से छत में छेद किया और फाल सीलिंग में “फुसकी परमाणु बम” लगा दिया। परिणाम स्वरुप बम तो फटा लेकिन आवाज़ नहीं हुई क्यों की विशेष तरह का :फुसकी परमाणु बम पिछले दो सालों से सिर्फ इस फाल सीलिंग को गिराने के लिए तैयार करवाया जारहा था। जिस फाल सीलिंग को बाहुबली, भल्लालदेव व् कटप्पा मिल कर भी नहीं तोड़ पाए वो फाल सीलिंग फुसकी बम से धरधराती हुई गिर गयी।
महापौर श्री कोठारी जी और निगम के अधिकारियों को इस मामले की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए। केंद्र को लिख कर दिया जाना चहिये मैं तो कहता हु सुखाड़िया रंगमंच पर सेना को तैनात करदेना चाहिए।
वैसे ही पिछले कई समय से महापौर चंद्र सिंह कोठारी को महापौर की कुर्सी से हटाने और गृहमंत्री के खिलाफ विरोधियों की खूब साजिश हो रही है। इसकी चर्चा सत्ता पक्ष के गलियारे में ही काफी गरम है। लेकिन विरोधी इतनी बड़ी साजिश रच कर विदेशी ताकतों को साथ में लेकर फाल सीलिंग गिराने जैसा कृत्य करेगें यह सपने में भी नहीं सोचा था। नगर निगम के अधिकारियों की दाद देना चाहेगें की उन्होंने इस साजिश का पलक झपकते ही पता लगा लिया। अब बस इस साजिश की आधिकारिक सीबीआई से जांच की जानी चाहिए। उदयपुर की जनता अधिकारियों और महापौर जी का समर्थन करती है। चाहे कोई भी घटिया से घटिया निर्माण गिरे हम मिल कर साजिश होने का आरोप लगायेगें। हमारा आम जनता का पैसा ऐसे ही बर्बाद होना चाहिए वैसे भी हमारे पास पड़ा पड़ा क्या काम आएगा। बेचारे अधिकारी और नेता लोगों के इतने बड़े बड़े बंगले मकान फ़ार्म हाउस ना जाने क्या क्या है वहां क्या भाटे भरेगें। साथियों तुम लूटते रहो हम लुटने को तैयार है।
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स्मार्ट सिटी है भाई ये ही होगा अब
शहर की सड़कों की हालत देख कर लगता है कि किसी गाँव में है जहाँ सड़कों की मिट्टी सफ़ाई के लिए लाखों की मशीन है वहाँ टूटी सड़क पर मिट्टी डालकर गड्ढे भरे जा रहे है जिससे लोग फिसल कर गिर रहे है ओर धूल के ग़ुबार से वह गाड़ी चलना भी मुश्किल है पर क्या करे भाई स्मार्ट सिटी है ये सब तो होगा ही कुछ तो शर्म करो