उदयपुर। उदयपुर संभाग के हर जिले के मदरसों में हर साल की तरह इस साल भी ७० वां जश्न-ए- आज़ादी ( स्वतन्त्रता दिवस ) बड़ी धूम धाम और जोश के साथ मनाया गया।
कई छद्दम राष्ट्रवादियों ने मदरसों पर उँगलियाँ उठाई थी कि यहाँ पर स्वतंत्रता दिवस १५ अगस्त के दिन तिरंगा नहीं लहराया जाता है, जबकि हर मदरसे में हर साल पुरे जोश और एहतराम के साथ १५ अगस्त को आज़ादी का जश्न मनाया जाता है। सोशल मीडिया पर उदयपुर संभाग के हर जिले, कसबे और गाँव तक के मदरसों में आज़ादी के जश्न को सम्मान के साथ मनाते हुए फोटो शेयर हो रही है। यह फोटो इन कथित राष्ट्रवादी और नफरत फैलाने वालों व् मदरसों को बदनाम करने वालों के मुँह पर करारा तमाचा मार रही है। फेसबुक और व्हाट्सप्प मदरसों में तिरंगे को सलामी देते बच्चे, बूढ़े, मौलाना की तस्वीर खुद यह बयान करती है कि राष्ट्रीयता किसी के सड़कों पर चिल्लाने से आती या जाती नहीं है, यह वो ज़ज़्बा है जो हर हिन्दुस्तानी चाहे वो हिन्दू हो मुस्लिम हो सिख या ईसाई हो सब के दिलों में बराबर जन्म से समाई हुई है। मदरसों पर उंगलिया उठाने वाले सोशल मीडिया पर डाली गयी फोटो को देख कर चुप है।
अंजुमन के सेक्रेटरी रिजवान खान का कहना है कि कुछ ज़हर घोलने वाले लोगों ने झूठी अफवाह फैला रखी है कि मदरसों पर स्वतन्त्रता दिवस नहीं मनाया जाता जबकि हकीकत यह है कि संभाग या राजस्थान ही नहीं मै मानता हूँ कि हिन्दुस्तान के हर मदरसे में स्वतंत्रता दिवस का जश्न पुरे सम्मान के साथ मनाया जाता है और हर मदरसे में तिरंगा फहराया जाता है। रिजवान खान ने बताया कि उदयपुर जिले में अंजुमन से जुड़े हर मदरसे में हर साल स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है इस वर्ष भी मनाया गया। बच्चों ने देशभक्ति के गीत गाये। शहीदों का संस्मरण किया गया राष्ट्रगान पुरे सम्मान के साथ गाया गया। बांसवाडा के इमरान खान एडवोकेट एवं पार्षद ने बताया की बांसवाड़ा जिले में हर मदरसे में पुरे जोश और सम्मान के साथ आजादि का जश्न मनाया जाता है। मदरसों के बारे में गलत धारणा बनाना कुछ लोगों की साजिश है।