गोवर्धन विलास थाना क्षेत्र में कमरा किराए लेने आए दो युवकों ने मकान मालकिन द्धारा ज्यादा किराया मांगने पर बिगड़ी बात से चाकूओं से गोद हत्या कर दी। दिनदहाड़े हुई इस वारदात के समय महिला के दोनों बच्चे घर में थे। चिल्लाने पर वह मां को बचाने दौडे तो आरोपियों ने उन पर भी चाकूओं से हमला कर घायल कर दिया। मकान में हल्ला होने पर आसपास के लोग दौड़े और भागते हुए एक हमलावर को पकड़ लिया जबकि दूसरा फरार हो गया। आरोपी हमलावर को भीड़ ने जमकर धुना और फिर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। महिला को खून से लथपथ हालत में एमबी अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर घायल बच्चों के बयानों के आधार पर हत्याकाण्ड की तह तक जाने में जुटी है। किराए की बात को लेकर महिला की हत्या कर देने जैसी इस वारदात को लेकर पुलिस बारीकी से जांच कर रही है।
थानाधिकारी भवानीसिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम को 5 बजे के करीब गोवर्धन विलास के 2 बट्टा 400 निवासी हरजीत कौर चंगलानी उम्र 35 पत्नी लक्ष्मण चंगलानी के घर पर 6 माह पूर्व किराए रहकर गया युवक बारां निवासी पिंकेश मेहता और उसका एक साथी आए थे। हरजीत से उन्होने एक दो दिन के लिए कमरा किराए देने की बात कही जिस पर हरजीत ने एक हजार रूपया किराया मांगा। इस पर पिंकेश ने 700 रूपए देने की बात कही तो बात नहीं बनी। एक बारगी वह घर से निकल गए लेकिन दोबारा किचन में लगे फर्नीचर दिखाने की बात कहकर उपर आए और वहां रखे चाकू से हरजीत पर ताबड़तोड वार कर दिए। चिल्लाने पर पास के कमरे मे टीवी देख रहे हरजीत की बेटी दीक्षा और जुगल दौडे तो हमलावरों ने दीक्षा पर चाकू से करीब 5 वार कर दिए और चेहरा नोंच डाला वहीं जुगल के गर्दन में ख्ंारोचे आई। चाकूओं के वार से हरजीत खून से लथपथ होकर सीढीयों पर गिर गई और काफी खून बह गया चिल्लाने की आवाज सूनकर दौड़े लोगों ने एक हमलावर पिंकेश को पकड़ लिया जबकि दूसरा भाग गया। हरजीत उनके बच्चों को पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची जहां चिकित्सकों ने हरजीत को मृत घोषित कर दिया। आरोपी पिंकेश ने उसके साथी का नाम बांरा निवासी उमेश उर्फ राजू बताया है जिसकी तलाश की जा रही है।
खौफ के मंजर में दोनों बच्चे एकाएक हुए इस हमले से बापू बाजार में कपड़े की दुकान करने वाले लक्ष्मण चंगलानी के दोनो बच्चे सदमें में है लेकिन वह सब कुछ बता रहे है। उन्हे नहीं बताया गया कि उनकी मां अब इस दुनिया में नही है। लक्ष्मण भी फफक कर रो पड़े। घायल दीक्षा और जुगल ने बताया कि पिंकेश पहले किराए रहता था उसके बाद कभी उन्होने उसे अपने घर नहीं देखा। शुक्रवार शाम को उसके साथ आया लडक़ा भी पहली बार देखा। यह दोनों आए और मम्मी से कमरा किराए देने को कहा फिर आधे घंटे तक बातें करने लगे तब हम टीवी देख रहे थे। उसके बाद यह चले गए थे। मम्मी देखने गई तो यह नीचे ही रूके हुए थे और फर्नीचर दिखाने को बोलकर फिर उपर आए और किचन में मम्मी पर चाकूओं से हमला कर दिया। हम बचाने गए तो उन्होने हम पर भी हमला कर दिया। मम्मी को क्यों मारना चाहते थे पता नहीं
दीक्षा ने बताया कि पिंकेश के साथ जो लडक़ा था वह जब पहले बातें कर रहे थे तब उसके हाथ में ग्लब्स नहीं थे लेकिन जब दोबारा आए तो उसके हाथ में ग्लब्स पहन रखे थे और हाथ में चाकू था जिससे वह मम्मी को मार रहा था और उसी से उसने मेरी पीठ हाथ और गर्दन पर 5 वार किए। इससे लगता है कि हमलावर तैयारी से आए थे लेकिन आखिर वजह क्या थी यह जांच का विषय है।
क्या 300 रूपए बनी हत्या की वजह?
बच्चे बता रहे है कि आरोपियों ने मम्मी द्धारा 1 हजार में कमरा किराए देने की बात कही तो वह 700 रूपए देने पर ही अड़ गए थे। इस पर मम्मी ने उन्हे किसी ओर जगह कमरा मिल जाने की बात कहकर जाने को कहा। सवाल यह उठता है कि क्या 300 रूपए कि खातिर कोई इस तरह का जघन्य अपराध कर सकता है क्या। पिंकेश किसी नेटवर्किग कंपनी का काम करता था।