उदयपुर. उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे पर टीडी में निजी फर्म के कर्मचारियों से डेढ़ करोड़ रुपए के सोने-चांदी के आभूषण का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने फरार 7 साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। गिरफ्तार आरोपियों में से एक पूर्व में सोने-चांदी के व्यवसाय से ही संबंध रखने के कारण उसे राजकोट से आगरा माल ले जाने वाले व्यापारियों की पूरी तरह जानकारी थी। उसने गुजरात के ही अपने साथी के साथ मिलकर पूरी जानकारी व रैकी के बाद वारदात को अंजाम दिया।
कि 23 जून की अल सुबह करीब 2 बजे नेशनल हाइवे संख्या 8 पर स्थित टोल नाके के समीप कुछ बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में एक इटिओस कार को रोक दिया । इस दौरान बदमाश कार में मौजूद करीब ढाई करोड़ के सोने और चांदी के आभूषण लूट कर फरार हो गए । इस घटनाक्रम के बाद उदयपुर पुलिस अधीक्षक आर.पी गोयल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अलग-अलग टीमों का गठन किया। पुलिस टीम को अनुसंधान में पता चला की लूट की इस घटना के बाद टोल नाके से एक आई 20 कार निकली है जिसका नंबर पता करने पर पुलिस को यह कार रेकी करने में संदिग्ध लगी । पुलिस ने जब गहराई से इस कार को ध्यान में रख अपने अनुसधान को आगे बढ़ाया तो मामले की कड़ियाँ खुलती हुई नजर आयी । पुलिस तफ्तीश में भूपेंद्र सुथार की इस आई ट्वेन्टी कार को आरोपी हीरा लाल गुर्जर द्धारा घटना के एक दिन पहले मांग कर ले जाना सामने आया। पुलिस ने जब इस कार की तलाश की तो यह कार देबारी इलाके में बरामद हुई और इसमें हीरा लाल,राजू खटीक, लालू रावत और पुरन गुर्जर मिले । पुलिस अधिकारियों ने जब इन चारों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की तो सभी ने इस वारदात को करना कबूल कर दिया। एसपी राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि इस मामले में पांच से छह और आरोपी शामिल है जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है । आरोपियों के एक साथी द्धारा राजकोट से ही व्यापारियों की रेकी की जा रही थी और जब व्यापरियो कि कार पडुना टोल नाके से क्रॉस हुई तो बदमाशो ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस की ओर से बदमाशो द्धारा लुटे गए अन्य सोने और चांदी के माल की बरामदगी के प्रयास भी तेजी से किए जा रहे हैं।