उदयपुर. अम्बामाता थाना पुलिस ने एक प्रॉपर्टी डीलर को परेशान कर सात लाख रुपए की फिरौती मांगने के मामले में दो रईसजादों को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपित नवरत्न कॉम्प्लेक्स में 21 हजार रुपए के किराए के फ्लैट में महिलाओं के साथ रह रहे थे। पुलिस ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर फतहपुरा निवासी हेमंत छाजेड़ से फिरौती मांगने के मामले में सौभागपुरा हाल नवरत्न कॉम्प्लेक्स निवासी राजवीर कुमावत व देहलीगेट निवासी नितीन शर्मा को गिरफ्तार किया।
यूं पकड़ में आए आरोपित
पुलिस ने आरोपितों के नम्बर की कॉल डिटेल निकाली। पता चला कि सिम अजमेर के विक्रम सिंह के नाम से है। आरोपितों ने विक्रम की लाइसेंस की प्रति लगाकर सिम कार्ड सेक्टर-4 से खरीदा था। मोबाइल के आईएमआई नम्बर को टटोला तो मोबाइल सौभागपुरा निवासी मनीष डांगी के नाम पर मिला। पुलिस ने डांगी को पकड़कर पूछताछ की तो उसने बताया कि मोबाइल राजवीर का है, जिसे वह काम में ले रहा था। अभी वापस मोबाइल राजवीर के पास ही है। पुलिस ने डांगी से पता लेने के बाद आरोपितों को फ्लैट में दबिश देकर पकड़ लिया। थाने ले जाते ही आरोपितों के साथ रहने वाली महिलाओं ने हंगामा किया। गिरफ्तारी का विरोध किया और आईजी से शिकायत की।
सूतली बम डालकर किया परेशान
पुलिस ने बताया कि राजवीर के पिता का देहांत हो चुका है। पिता पूर्व में छाजेड़ के साथ ही प्रॉपर्टी का काम करते थे। छाजेड़ पैसे वाला है, इसलिए राजवीर ने नितिन के साथ योजना बनाई। दोनों 5 फरवरी को छाजेड़ के घर पहुंचे और सूतली बम फेंककर भाग निकले। पांच मिनट बाद सहेलीनगर से दोनों ने छाजेड़ को फोन किया कि यह तो अभी ट्रेलर है, आगे क्या-क्या होता है। कहकर स्वीच ऑफ कर लिया। बाद में 3 मार्च को छाजेड़ के भाई सुनील के मीरानगर स्थित मकान पर पथराव कर शीशे फोड़ दिए। 4 मार्च को आरोपितों ने छाजेड़ को फोन कर कहा कि हमें तुम्हारा बुरा नहीं करना है। समुंद्र से लोटा भरकर दे दो। पूछने पर आरोपितों ने सात लाख की फिरौती मांगी। जवाब नहीं मिलने पर धमकाया। शाम को वापस फोन किया तो छाजेड़ ने नहीं उठाया। अगले दिन आरोपितों ने नए नम्बर से फोन कर फिर धमकी। इस पर छाजेड़ ने फिरौती मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई।