उदयपुर। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। इसके बावजूद अगर अपनी राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के विरोध में अगर ज्ञापन देना हो तो उँगलियों पर गिने जाएँ इतनी संख्या में भी कांग्रेसी इकट्ठा नहीं होते। गिनती के कांग्रेसी अगर जमा भी हो जाते है तो एक दूसरे का विरोध इतना होता है कि राष्ट्रीय नेता की गिरफ्तारी का विरोध भूल कर एक दूसरे के विरोध में ही उतर आते है और ऐसा ही हुआ उदयपुर में जब यु पी पुलिस द्वारा कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया और कांग्रेस द्वारा जिला मुख्यालाओं पर प्रियंका गाँधी की गिरफ्तारी का विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन देने का आव्हान था। शनिवार को जिला कलक्ट्री में इस विरोध प्रदर्शन गिनती के कांग्रेसी पहुचे और वह भी आपस में ही ज्ञापन देने को लेकर उलझ गए। संख्या कम थी प्रदर्शन तो नहीं हो सका इसलिए अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। गौरतलब है कि शहर जिला कांग्रेस कमेटी में ही करीब 125 पदाधिकारी है इसके बावजूद गिनती के लोग मोजूद थे। कांग्रेसियों की आपसी खीचतान का फायदा भाजपा को खासा मिलता है अक्सर निगम चुनाव नजदीक है और कांग्रेस में आपसी खीचतान के चलते यह निगम चुनाव भी भाजपा की झोली में आराम से चला जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा वैसे भी पिचले 25 सालों से उदयपुर निकाय में भाजपा का ही बोर्ड बनता आया है।
प्रियंका गाँधी की गिरफ्तारी का विरोध करने पहुचे गिनती के कांग्रेसी – खीचतान के चलते आपस में ही उलझते रहे।
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