उदयपुर। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शर्मा व पूर्व नगर निगम नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने स्मार्ट सिटी में फैलाये जा रहे सीवरेज के जाल के कुप्रबंधन से फैली अव्यवस्थाये व टूटी सडको, गड्डो व इनके घटिया निर्माण के संबंध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा ।
ज्ञापन में पूर्व नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली ने कहा की स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त उदयपुर ने हाल ही में स्वच्छता सर्वेक्षण में 100 स्वच्छ सिटीयों में अपना स्थान बनाया है पर दुर्भाग्य है की इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है । झीलों की नगरी के नाम से मशहूर इस उदयपुर शहर के नगर निगम को करोड़ो रूपये का फण्ड इसकी सुन्दरता कायम व उदयपुर शहर को हर मायने में व्यवस्थित करने के लिए मिलता है । परन्तु नगर निगम की अफसरशाही नेे इसका दुरपयोग किया है निगम ने एक तो बिना किसी ठोस प्रबंधन के पुरे शहर में सीवरेज का जाल बिछाने का कार्य प्रारम्भ किया और एक जगह पूरा न कर अन्यत्र जगह खुदाई कर छोड़ दिया फिर विरोध बढता देख आनन-फानन बिना किसी जांच व मापदंड निर्धारित कर खुदी सड़को को भर इतिश्री कर ली । परिणाम स्वरुप कभी बस का टायर तो कभी कार का टायर धसने की घटनाएं सामने आ रही है, दुपहिया वाहन चालाक तो कई बार इस घटिया निर्माण के कारण फिसल व गिर चुके है जिससे उनको शारीरिक चोटे भी आई है परन्तु न तो जनप्रतिनिधियों के कान पर जु रेंगी और न ही प्रशासन के ।
शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शर्मा ने कहा की मानसून के सुहाने मौसम में पर्यटन की इस नगरी में सेलानियों की आवाजाही हो रही है वह भी इस सुन्दर शहर की सुन्दरता देखने आते है परन्तु पुरे शहर की सुन्दरता को नगर निगम ने कीचड़ से सजाया हुया है जिसका पर्यटन उधोग पर भी दुष्प्रभाव पड रहा है । हमने कई बार आपको भी ज्ञापन के माध्यम से ऐसे घटिया निर्माण की शिकायत करी पर दुर्भाग्यवश उस पर कोई प्रतिक्रया न होने से आज ऐसे घटिया निर्माण के दुष्परिणाम देखने को मिल रहे है ।
ज्ञापन में जिला कलेक्टर से प्रतिनिधि मंडल ने मांग करी की ऐसे घटिया निर्माण से सम्बंधित प्रत्येक व्यक्ति पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज हो और इसकी जांच कर उपयुक्त सजा हो। जहा कार्य पूरा हो गया है वहा पर डामरीकरण किया गया है पर उस डामरीकरण करने का क्या पैमाना व मापदंड था वह सार्वजनिक हो । शहर में सीवरेज कार्य जहा प्रगति पर है वहा सुरक्षा की द्रष्टि उचित प्रबंधन कर वहा रास्ते बंद करने चाहिये क्योकि बारिश के कारण गड्डो में पानी भर जाता है और व्यक्ति को उसकी गहराई का आभास नहीं होता जिससे कोई जन हानि या सडक हादसे न हो । आप स्वयं इस निर्माण से सम्बंधित जांच कमेटी बना सीवरेज कार्य की अनियमितताओं व घटिया निर्माण की जांच करावे। शहर में अभी भी कई जगहों पर सीवरेज का कार्य प्रगति पर है और भविष्य के लिए सुप्रबंधन कर अभी भी आने वाले कल को सुरक्षित किया जा सकता है हम आपसे मांग करते है की अब आप स्वयं सीवरेज व नाले सम्बंधित निर्माण कार्यो की मोनिटरिंग करे व अधिकारियों, इंजीनियरों को निर्देशित करे की वह कार्यो को निर्धारित मापदंड व उच्च गुणवत्ता से पूरा करे ताकि भविष्य में ऐसे दुष्परिणाम न देखने को मिले ।
ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में गणपत सिंह हिंगड़, भरत वैष्णव, प्रेम चैहान, मोड़ीलाल सेम्बारा, तरुण भटनागर, अमित श्रीवास्तव, शंकर चन्देल, नवीन धाबाई, देवेन्द्र सिंह शेखावत, भूपेंद्र सिंह धाबाई, विनोद साहू, भूषण श्रीमाली, शेलेन्द्र घावरी, सतीश लौहार, सोहन कुम्हार, ऋषन्त ओझा, राजेश कुमावत, संजय दशोत्तर, कमल सोनी, भानुप्रताप गुर्जर, देवेन्द्र माली, राकेश कुमावत, शाहबाज हुसैन, हेमंत शर्मा, लोकेश शर्मा, मुकेश सेन,उमेश नागदा, हितेश पुरोहित, नकुल कटारा, आजम खान सहित आदि कार्यकर्ता मौजूद थे ।
भ्रष्टाचार व नगर निगम के कुप्रबंधन का परिणाम है घटिया सीवरेज निर्माण।
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