उदयपुर। राज्य सरकार की जन विरोधी नितियों के विरूद्ध उदयपुर शहर जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित जन वेदना सम्मलेन खुद कांग्रेस की वेदना का नमूना बन गया।
कांग्रेस के इस जन वेदना सम्मलेन में बड़े बड़े नेताओं की उपस्थिति के बावजूद गिनती के कर्ग्रेसी उपस्थित थे। सम्मलेन में कार्यकर्ता तो दूर की बात है शहर की कार्यकारणी के पदाधिकारी भी उपस्थित नहीं थे।
मंगलवार को अशोकनगर स्थित विज्ञान भवन में शहर जिला कांग्रेस द्वारा जन वेदना सम्मलेन आयोजित किया गया। जन वेदना सम्मलेन खुद कांग्रेसियों के उपहास का ही कारण बन गया। सम्मलेन में ५० लोग बमुश्किल उपस्थित थे। कांग्रेस के इस सम्मलेन की हालत यह थी कि एक चोथाई कुर्सियां भी नहीं भरी थी। जनता से जुडी समस्याओं की और राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध चर्चा करने के लिए बुलाया गया जन वेदना सम्मलेन में कांग्रेस कमिटी के कार्यकर्ता तो बहुत दूर की बात है। शहर जिला कांग्रेस कमिटी की कार्यकारणी में कुल १२६ पदाधिकारी है इस संख्या के आधे पदाधिकारी भी मोजूद नहीं थे। जो कांग्रेसी उपस्थित थे उनको वक्ताओं द्वारा बोला जारहा भाषण समझ में नहीं आरहा था और उठ कर बाहर अपनी अपनी चर्चा में मगन थे। कई वरिष्ठ कांग्रेसी यह कहते हुए उठ कर चले गए कि कल परसों के लडको को हम सुनने नहीं आये है। कांग्रेस का जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध जन वेदना सम्मलेन एक तरह से खुद कांग्रेस के वेदना का सम्मलेन बन कर रह गया।
सम्मलेन में पूर्व पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.गिरिजा व्यास ने संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के अच्छे दिनों का आज भी जनता को इन्तजार है। भाजपा ने झूठे वादों के अलावा कुछ नही दिया। जनता से किये गये वादों को जुमलों में बदला। मंहगाई, बिजली, किसान, मजदूर, व्यापारी और आमजन को इस सरकार से पीड़ा ही मिली है। नोटबंदी से कालाधन एवं आतंकवाद तो समाप्त नही हुआ लेकिन इससे देश के अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है। नोटबंदी की समस्या से जनता अब तक उबर नही पायी है उस पर कैशलेस व्यवस्था थोपी जा रही है जो कतई उचित नही है। ए.आई.सी.सी. पर्यवेक्षक मीर शाह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार लोकतंत्र से चुनी हुई सरकार की तरह काम नही कर रही है। इनकी कार्यशेली से ऐसा लगता है कि यह आम जनता, किसानों की सरकार नही है। यह 5 करोडपतियांे की सरकार है। दोनों सरकारों में जनता का कोई विकास नही हुआ है। विकास सिर्फ बी.जे.पी. नेताओं का हुआ है। लोग इन्तजार कर रहे है कि कब कांग्रेस को वोट देकर बी.जे.पी. को सत्ता से बाहर करें। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव जगदीशराज श्रीमाली, प्रदेश सचिव पंकज कुमार शर्मा, पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष के.के.शर्मा, दिनेश श्रीमाली, नेता प्रतिपक्ष मोहसीन खान, महिला कांग्रेस अध्यक्ष चन्दा सुहालका, गोपाल राय नागर, पूरण मेनारिया, मुजीब सिद्धीकी, बाबूलाल जैन ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।
उदयपुर में कांग्रेस के जन वेदना सम्मलेन में खुद वेदना का नमूना बनी – गिनती के कांग्रेसी आये जनता की वेदना जताने।
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