उदयपुर, महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर विमानों एवं यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र वन विभाग द्वारा वन्य जीवों को पकड़ने के लिए एयरपोर्ट परिसर में संवेदनशील स्थान पर पिंजरा लगा दिया गया है जिससे कि सियारों को पकड़ कर दूर वन क्षेत्र में छोड़ा जा सके।
सहायक वन संरक्षक लायक अली खान ने एयरपोर्ट के अधिकारियाें के साथ रनवे एवं उसके आस-पास के क्षेत्र का स्थिति का जायजा लिया और इसके बाद यह प्रबंध किया गया।
इस बारे में सोमवार को हुई एयरपोर्ट पर्यावरण समिति की बैठक में भी एयरपोर्ट परिसर की सीमा से सियारों को बाहर करने एवं अंदर प्रवेश रोकने के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हुई। इसमें एयरपोर्ट के अधिकारियों को विमान के उड़ान भरने से पहले विशेषकर रात्रि के समय रनवे को चैक करने की सलाह दी गई।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों महाराणा प्रताप हवाई अड्डे के रनवे पर जेट एयरवेज के विमान से उड़ान भरते समय एक सियार के टकरा जाने से विमान की इमरजेंसी लेण्डिंग करनी पड़ी थी और इससे एक बड़ा हादसा टल गया था।
उल्लेखनीय है कि हवाई अड्डे की सीमा में बड़ी-बड़ी घास, ड्रेन, निर्माणाधीन रडार के लिये खोदे गये पिट एवं कुछ प्राकृतिक चट्टानों जैसी अनुकूल आवासीय परिस्थितियां पाये जाने के कारण संभवतया सियारों ने यहां अपना बसेरा बना लिया है जो रात्रिचर होने के कारण दिन में छुपे रहते हैं तथा सूर्यास्त होते ही बाहर निकलकर कई बार रनवे पर आ जाते हैं जिससे विमान दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
एयरपोर्ट के अधिकारियों से सूचना प्राप्त होने पर जिला प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा इस स्थिति को गम्भीरता से लिया गया। वन विभाग की टीम द्वारा मौके पर पहुंच निरीक्षण किया गया। इसके बाद यह कार्यवाही की गई।