उदयपुर। धार्मिक नगरी नाथद्वारा बुधवार को शर्मसार हो गई। प्रभु श्रीनाथ जी की बस्ती में मंगलवार रात एक दरिंदे ने शराब के नशे में दो साल की मासूम के साथ दुष्कर्म कर दिया। दरअसल घुमन्तू प्रजाती से संबध रखने वाली यह मासूम अपनी दादी और परिवार के सदस्यों के साथ नाथद्वारा आई थी, इसी दौरान मंगलवार रात करीब 12 से 1 बजे के बीच विषाल जैन नाम का दरिंदा उसे उसकी दादी के पास से उठा कर ले गया। इससे पहले उसने सात साल की एक अन्य बच्ची को उठाने की कोशिश भी की लेकिन वो जाग गई तो गुस्साए दरिन्दे ने उसे डरा धमराकर सुला दिया और उसके पास सो रही इस दो साल की मासूम को उठा कर ले गया। कुछ देर बाद मासूम की बहन ने अपनी दादी को इसकी जानकारी दी। मासूम के अपहरण की सूचना आग की तरह आस – पास फैल गई, सभी पागलों की तरह उसे इधर- उधर ढुंढने लगे, वहीं घर की छत पर जाकर देखा तब तक मासूम बच्ची के साथ वहषी दरिंदा अपने हवस की भूख मिटा चुका था, जिसे बयां करना मुश्किल है। दो वर्षीय मासूम के शरीर से खून निकल रहा था और वह बेहोश पड़ी हुई थी। परिजनों की तो मानो पैरो तले से जमीन खिसक गई हो, गुस्साए लोगों ने इस हवस के पुजारी की जमकर धुनाई षुरू कर दी। सूचना मिलते ही नाथद्वारा थाना पुलिस मौके पर आ गई और आरोपी को हिरासत में ले लिया। मासूम बच्ची की हालत काफी गंभीर बनी हुई थी ऐसे में उसे उदयपुर रेफर किया गया। जहां एमबी चिकित्सालय की बाल चिकित्सा यूनिट में बच्ची का करीब तीन घंटे तक आॅपरेशन चला उस दौरान आॅपरेशन थियेटर के बाहर मौजूद उसके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। सात वर्षीय मासूम बच्ची अपनी बहन के साथ हुई घटना की जानकारी दे रही थी, इस दौरान घायल मासूम के पीडित पिता ने दुष्कर्मी को सजाए मौत देने की मांग की है।
नाथद्वारा से उदयपुर पहुंचने के तुरन्त बाद चिकित्सकों की टीम इलाज में जुट गई। इस दौरान बाल चिकित्सा यूनिट के साथ स्त्री रोग विशेषज्ञ भी बच्ची के आॅपरेशन के समय मौजूद रहे। करीब तीन घंटे चले आॅपरेशन के बाद बच्ची को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। चिकित्सकों की माने तो आॅपरेशन सफल रहा हैं, लेकिन आगे और कोई कॉम्पलीकेशन आता हैं तो स्थिति बिगड सकती है। चिकिस्कों के अनुसार इस घटना में बच्ची के शरीर के कई हिस्से प्रभावित हुए हैं वहीं गुप्तांगों पर भी गंभीर चोटें आई है।
दो साल की मासूम बच्ची का आॅपरेशन तो सफल हो गया है। लेकिन एक वहषी की दरिंदगी के चलते मासूम का जीवन शुरू होने से पहले ही बर्बाद हो चुका हैं। अब फैसला खाकी को करना है कि इस केस को कितना सख्त बनाकर कोर्ट में पेश करती हैं ताकि आरोपी को कडी से कडी सजा मिल सके। गौर तलब है कि राजसमंद जिले की यह पहली घटना नही हैं, इससे पहले कांकरोली में भी दो साल पहले 8 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले मुजरिम को अदालत नेे फांसी की सजा सुनाई थी और 2 लाख रुपए जुर्माना लगाया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर आजाद ने सजा सुनाते हुए कहा था कि ‘मुजरिम को तब तक फांसी के फंदे पर लटका रहने दिया जाए जब तक उसकी मौत न हो जाए ।’ यह सुनकर खचाखच भरे इजलास में कुछ लम्हों के लिए सन्नाटा छा गया था, लेकिन बाद में इस न्याय पर लोगों ने संतोष प्रकट किया। इस दौरान पीडिता की मां, पिता, नाना, नानी के साथ छह साल की छोटी बहन भी मौजूद थी। आपको बता दें कि मनोज प्रताप सिंह नाम के आरोपी ने एक 8 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद पत्थर पर पटक-पटक कर उसकी हत्या कर दी थी। अब आरोपी को फांसी पर लटकाने का इंतजार है, लेकिन आरोपी की ओर से हाईकोर्ट में अपील की जा चुकी है, जहां यह मामला लम्बित चल रहा है।