उदयपुर. बेशक परेशानी रही होगी, तभी वे दोनों महिलाएं ससुराल वालों की शिकायत लेकर थाने जा पहुंची। उम्मीद थी पुलिस कानूनी कार्रवाई कर मामला सुलझा लेगी। उनकी उम्मीद पूरी भी हुई, लेकिन तरीका थोड़ा अलग निकला। आरोपियों पर सख्ती से पेश आने वाली पुलिस इन महिलाओं की हमदर्द बनी। उनकी बात सुनी-समझी। फिर घर वालों से समझाइश की। कानून के डंडे के जगह काउंसलर की तरह पांच घंटे तक सबको समझाया तो दो घर टूटने से बच गए। यह समझाइश इस लिहाज से भी अहम बन गई, क्योंकि एक महिला के पीहर पक्ष से कोई नहीं था।
मामला दर्ज कराने पर आमादा थी वह
दोनों ही मामले गुरुवार को ओगणा थाने में आए। थोबावाड़ा निवासी सोनाक्षी पूर्बिया अपने पति अमृतलाल पुत्र चमनलाल के खिलाफ मारपीट करने व दहेज मांगने की शिकायत लेकर आई थी। वह दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज कराना चाहती थी। इस पर दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया। सोनाक्षी पति के साथ नहीं रहने और दहेज का मामला दर्ज कर कार्रवाई पर अड़ी रही। दूसरे दौर में पुलिस ने रिश्तेदारों और समाज के लोगों की मदद ली। सोनाक्षी व अमृतलाल की अलग-अलग काउंसलिंग करवाई। नतीजा सकरात्मक निकला। दंपती झगड़ा भूल साथ रहने को तैयार हो गया। पुलिस ने आपसी रजामंदी की कार्रवाई कर दोनों को लौटा लिया। असल में झगड़े की बड़ी वजह शराब थी। अमृतलाल ने शराब से दूर रहने का वादा किया है।
आइडिया : नए साल में कोई घर न टूटे
दूसरा मामला चौखलाबारा निवासी नानूड़ी पुत्री हमेरा गमेती का है, जिसकी शादी तीन 3 साल पहले चान्दरा पड़ावली निवासी लक्ष्मण पुत्र धूलीलाल के साथ हुई थी। नानूड़ी का कहना था कि लक्ष्मण उसे आए दिन परेशान करता है। उसने पिछले सप्ताह थाने में मामला दर्ज कराया था। इस दंपती को भी पुलिस ने गुरुवार को ही थाने बुलाया। आखिरकार दोनों साथ रहने पर राजी हो गए। थानाधिकारी शम्भूसिंह चौहान ने बताया कि सोनाक्षी का पीहर पीपलिया मंडी (मध्यप्रदेश) में हैं। कोल्यारी से उसकी मौसेरी बहन को बुलाया। नानूड़ी के भी उन सभी परिजनों को बुलाया, जिनसे उसे शिकायत थी। रिश्तेदारों की मौजूदगी में सबको समझाया। दोनों दंपती के दो-दो बच्चे हैं, जिनमें दो दूध पीते हैं। रिश्ता टूटने के नुकसान, नए नाता जोडऩे पर संभावित बुरे हालात, बच्चों के भविष्य पर होने वाले असर आदि का जिक्र किया। पांच घंटे समझाया तो दोनों जोड़े साथ रहने पर राजी हो गए। हमारा विचार यही था कि नए साल पर कोई घर न टूटे। दोनों पक्षों को मिठाई खिलाकर रवाना किया।