उदयपुर। होली के दिन सरेआम शास्त्रीसर्कल स्थित एक रेडिमेड शो-रूम में घुसकर हिस्ट्रीशीटर प्रवीण पालीवाल की हत्या के दो आरोपियों को पुलिस ने गुरूवार रात गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने गैंगवार के चलते हुए झगड़े में प्रवीण की हत्या करना स्वीकारा है। हत्याकांड का मुख्य षड़यंत्रकर्ता नरेश ही था जो वारदात के बाद से फरार है।
पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा ने बताया कि रामसिंह की बाड़ी सेक्टर-11 निवासी प्रवीण (34) पुत्र गणेशलाल पालीवाल की हत्या के मामले में नाड़ाखाड़ा सूरजपोल निवासी साहिल पुत्र सुन्दरलाल, रेलवे कॉलोनी अम्बामाता निवासी करणसिंह पुत्र मोतीसिंह को गोगुन्दा टोल नाके पर गिरफ्तार किया। आरोपी जोधपुर जाने के लिए वहां वीडियोकोच का इंतजार कर रहे थे। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने साहिल के काका नरेश, हिरणमगरी थाने के हिस्ट्रीशीटर दलपतसिंह व चंचल महाराज को नामजद किया है।
आवरी माता व जोगणिया माता के दिए दर्शन: चंचल व दलपत से अलग होने के बाद साहिल व करण जगत (कुराबड़) होते हुए जोगणिया माता पहुंचे। वहां से बेगूं होकर चित्तौड़गढ़ के आवरीमाता आए। यहां से पुन: उदयपुर आकर जोधपुर जाने के लिए गोगुन्दा जा पहुंचे जहां पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। पुलिस ने बताया कि वारदात के बाद से ही मुख्य षड़यंत्रकर्ता नरेश अपने परिवार सहित घर से फरार है।
झगड़े के पीछे गैंगवार
एसपी ने बताया कि झगडे के पीछे गैंगवार ही सामने आया है। आरोपी प्रवीण व नरेश एक समय साथ-साथ ही अपराध व प्रोपर्टी का काम करते थे लेकिन बाद में उनके बीच झगड़े हो गए। दोनों ने अपनी-अपनी गैंग बना ली। हर छोटी-छोटी बातों पर इनके बीच कई बार झगड़े हुए। दोनों ही पक्ष आदतन अपराधी होने से थानों तक इसकी सूचनाएं भी नहीं पहुंची। उलझी हुई जमीनों को सौदों में भी यह आमने-सामने हुए।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे आरोपी
एसपी ने बताया कि प्रवीण व नरेश के बीच चल रही रंजिश के बाद से आरोपी संदिग्ध थे। शो-रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी वे कैद हो गए। आरोपियों को पकड़ने के लिए एएसपी राजेश भारद्वाज के नेतृत्व में उपाधीक्षक गोवर्घनलाल खटीक, थानाधिकारी रतन चावला, डबोक थानाधिकारी जीतेन्द्र आंचलिया, गोगुन्दा हनुवंतसिंह टीम के साथ ही स्पेशल टीम ने अलग-अलग जगह दबिश देकर आरोपियों को धर दबोचा।
कवर फायरिंग में साहिल के लगी गोली
आरोपियो ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने प्रवीण की रैकी की थी। शो-रूम में प्रवीण के जाने पर साहिल व दलपत भी अंदर घुसे तथा करण बाहर ही खड़ा रहा। तीनों के पास अलग-अलग पिस्टल थी। प्रवीण से बातचीत के बाद दलपत व साहिल ने उस पर अंधाधुंध फायर किए। भागने के लिए बाहर से करण ने भी फायर दागा जो साहिल के दांये पैर पर जा लगा। साहिल अपना जूता वहीं छोड़ साथियों के साथ कार में भाग निकला। आगे जाकर चारों आरोपी अलग-अलग हो गए।