-पूर्व में अतिक्रमण हटाते समय हुआ था पथराव, इसलिए तैनात किया गया पुलिस जाब्ता।
उदयपुर। नगर निगम ने आज अतिक्रमण निरोधी कार्रवाई करते हुए चांदपोल में बारी घाट पर बरसों पुराने अतिक्रमण को हटा दिया। कुछ दिन पहले यहां पर अतिक्रमण कार्रवाई करने गए नगर निगम के अधिकारियों पर अतिक्रमियों ने पथराव किया था, जिसकी वजह से आज भारी पुलिस जाब्ते के साथ यह कार्रवाई की गई।
चांदपोल दरवाजे के पास मनोहर कुमावत द्वारा शहर कोट और सड़क पर अतिक्रमण कर वहां घोड़ों का अस्तबल बनवा दिया गया था। दो महीने पूर्व जब नगर निगम के अधिकारी अतिक्रमण हटाने गए, तब स्थानीय वार्ड पार्षद गंगा राम ने मनोहर कुमावत से शपथ पत्र दिलवा दिया था कि 15 दिन में वह खुद ही अपना अस्तबल और अतिक्रमण हटा देगा, लेकिन दो महीने बाद भी स्थिति वैसी ही रही। कुछ दिन पूर्व जब नगर निगम के अधिकारी अतिक्रमण हटाने पहुंचे, तो मनोहर कुमावत और घर की और महिलाओं ने नगर निगम अधिकारियों पर पथराव किया और वहां से बैरंग लौटा दिया। आज सुबह आठ बजे नगर निगम की राजस्व अधिकारी अनिता मित्तल, निरीक्षक नितेश भटनागर, नगर निगम डिप्टी जीवनसिंह, घंटाघर, हाथीपोल और अंबामाता के थानाधिकारी सहित 100 से अधिक पुलिसकर्मियों का जाब्ता चांदपोल पहुंचा और कार्रवाई शुरू की तथा अतिक्रमण की हुई जगह से घोड़ो को हटाकर निर्माण और टिन-तप्पड़ हटाने की कार्रवाई शुरू की। वहां रखा सारा सामान जब्त किया गया। अतिक्रमण करने वालों ने भारी पुलिस जाब्ते को देख कोई विरोध नहीं किया।
तीसरी मंजिल का निर्माण भी हटाया: मनोहर कुमावत ने पास ही बने अपने मकान की तीसरी मंजिल का काम भी शुरू कर दिया था तथा छत डालने की तैयारी कर ली थी। शंटिंग कर छत भरने के पटिये लगा दिए गए थे, जिसको आज नगर निगम ने हटा दिया। सारे पटिये और बल्लियां जब्त कर ली। साथ ही दीवारों को भी हटाने दिया गया।
बारी घाट जो पाट दिया गया: स्थानीय लोग बताते हैं कि जहां नगर निगम ने अतिक्रमण हटाया, वहां कभी खूबसूरत घाट हुआ करता था, जो बारी घाट के नाम से जाना जाता है। कई सालों से यहां अतिक्रमण कर इस घाट पर जाने वाले सारे दरवाजे पाट दिए गए हैं। नगर के निकायों ने और जिला प्रशासन ने कभी इन घाटों को मुक्त करवाने के लिए ध्यान ही नहीं दिया और धीरे-धीरे पूरे घाट पर अतिक्रमण होता गया।
बारी घाट को कराया अतिक्रमण मुक्त
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