उदयपुर. जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर कैलाशपुरी क्षेत्र के रामा गांव में विवाहिता को भगाने का आरोप लगाते हुए आदिवासियों ने रविवार दोपहर दलित परिवार के मकान में चढ़ोतरा (हमला) कर दो झोंपडि़यों में जमकर तोडफ़ोड़ करने के बाद आग लगा दी। हमलावरों ने एक टेम्पो व दो मोटरसाइकिलें भी फूंक दी। घटना मकान में रखे नोट, जेवर व घरेलू सामान के अलावा तीन मुर्गियां जिंदा जल गईं। पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंच स्थिति को नियंत्रण में किया। चार दमकल ने आग पर काबू पाया। अभी गांव में स्थिति नियंत्रण में, लेकिन तनावपूर्ण है। मौके पर पुलिस बल तैनात है।
पुलिस के अनुसार चढ़ोतरा दलित परिवार की देऊ बाई के मकान पर किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि देऊबाई का पुत्र गोपाल निकट ही मोटा भीलवाड़ा गांव के कमला गमेती की पत्नी दूदी को भगा ले गया था। इसी से खफा होकर वहां के ग्रामीणों ने उसके मकान पर हमला किया। इधर, गोपाल ने विवाहिता को भगाने से इनकार किया है। सुखेर थाना पुलिस ने गोपाल की रिपोर्ट पर तोडफ़ोड़ और आगजनी का मामला दर्ज किया है।
हमला कर लगाई आग
प्रभावित परिवार के लोगों ने बताया कि देऊबाई उसकी बड़ी बहू रेखा व पोते अंकित, राजू व गिरीश के साथ गांव में रोटी मांगने गए थे। मकान में गोपाल, उसके बड़े पापा शायर व पुत्र ऋषि थे। करीब दो बजे बालू भील व उसके साथ आए 25-30 आदिवासियों ने हमला बोल दिया। मकान में तोडफ़ोड़ कर गोपाल की पिटाई की। गोपाल ने मकान के पिछवाड़े भागकर जान बचाई, तो आरोपितों ने मकान में रखे गैस सिलेण्डर को निकालकर आग लगा दी। देखते ही देखते पूरे मकान में आग लग गई। घटना में दो केलूपोश घरों में रखे, कपड़े, बिस्तर, पलंग, घरेलू सामान, जेवर व करीब एक लाख रुपए की नकदी जल गई। आरोपितों ने जाते समय बाहर रखा गोपाल का टेम्पो व दो मोटरसाइकिलों को आग में फूंक दिया। देखते ही देखते आग से दोनों केलूपोश मकान खाक हो गए।