उदयपुर. कांस्टेबल बनने के लिए बड़ी हसरतों के साथ लंबी दूरी पारकर खजुराहो-उदयपुर एक्सप्रेस ट्रेन से आए एक हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों के सपने चूर-चूर हो गए। यह ट्रेन रविवार को छह घंटे देरी से दोपहर एक बजे उदयपुर पहुंची। परीक्षा खत्म होने का समय भी यही था। अभ्यर्थियों ने मावली और उदयपुर स्टेशनों पर प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की। ये अभ्यर्थी डेढ़ बाद फिर इंटरसिटी पकड़कर लौट गए। स्टेशन पर पहले से पर्याप्त संख्या में मौजूद जीआरपी व पुलिस के जवानों ने युवाओं को काबू कर लिया। हालांकि ट्रेन लेट होने की बड़ी वजह अभ्यर्थियों की भीड़ ही थी।
पुलिस विभाग की ओर से शहर सहित जिले के 134 केंद्रों पर रविवार को हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से कुल 14 हजार 668 अभ्यर्थी वंचित रह गए। सुबह 11 से दोपहर एक बजे के बीच हुई लिखित परीक्षा में 60 प्रतिशत अभ्यर्थी ही हिस्सा ले पाए। एसपी अजयपाल लांबा ने बताया कि जो परीक्षार्थी परीक्षा सेंटर पर समय पर नहीं पहुंचे और वंचित रहे, वे स्वयं जिम्मेदार हैं। एएसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि 36168 अभ्यर्थियों में से 21500 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। रविवार की परीक्षा को लेकर शनिवार दोपहर बाद से जुटना शुरू हुई भीड़ अगले दिन दोपहर तक रही। रेलवे, बस स्टैंड पर दो दिन तक रही भीड़ दोपहर बाद धीरे-धीरे कम हुई।
हर बड़े स्टेशन पर लेट होती रही ट्रेन
भरतपुर, जयपुर और फिर चित्तौडग़ढ़ में ट्रेन लेट होती जाने से खजुराहो ट्रेन उदयपुर स्टेशन पर सात घंटे देरी से पहुंची। ट्रेन के पहुंचने का समय सुबह 6.10 बजे है, जो दोपहर एक बजे सिटी स्टेशन पर पहुंची। इस ट्रेन में अधिकांश अभ्यर्थी भरतपुर, जयपुर जिलों के थे। जयपुर से रात साढ़े दस बजे रवाना होने का समय था और ट्रेन पहुंची ही दो बजे। ढाई बजे तक रवाना हुई। चित्तौडगढ़ में आधा घंटे रुके रहे।
मावली में हंगामा
इसी ट्रेन के आगे रख दी पटरी
अभ्यर्थियों ने मावली जंक्शन पर इसी ट्रेन के आगे पटरी का हिस्सा रख दिया। रेलवे पुलिस ने तत्काल पटरी हटा ली। इससे खजुराहो ट्रेन १० मिनट और लेट हो गई। देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने स्टेशन पर हंगामा किा तो जीआरपी ने खदेड़ दिया। यह ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह सवा पांच बजे की बजाय मावली जंक्शन व दोपहर एक बजे उदयपुर सिटी स्टेशन पहुंची। युवाओं स्टेशन मास्टर से देरी का कारण लिखित में देने की मांग की। उदयपुर में जीआरपी और पुलिस अलर्ट थी। राणा प्रतापनगर और सिटी स्टेशन पर भारी जाप्ता तैनात हो चुका था। युवा यहां भी ट्रेन लेट होने का कारण लिखित में मांगने लगे। अधिकारियों ने समझाइश की। इस बीच स्टेशन पर नारेबाजी होती रही।
इंटरसिटी आते ही युवा और यात्री पटरी पर आ गए। इस दौरान मेवाड़ एक्सप्रेस भी खड़ी थी। परीक्षा शुरू होने और खत्म होने के बाद सेंटर्स के बाहर इतनी भीड़ हो गई कि कुछ देर के लिए ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गया। टेम्पो में भी जगह नहीं मिली।
बहुत तैयारी की थी हमने
भरतपुर से आए यतेन्द्र कुमार ने बताया कि गांव से शहर आकर परीक्षा की एक वर्ष से तैयारी कर रहा था। कोचिंग की। अब अब बैरंग लौटना पड़ रहा है। ऐसी ही पीड़ा नरेश कुमार ने बताई। इधर, पानेरियों की मादड़ी स्थित सीनियर सेकंडरी स्कूल के सेंटर में समय पर पहुंचने के बावजूद करीब 12 अभ्यर्थियों को फोटो पहचान पत्र नहीं होने का हवाला देकर प्रवेश नहीं दिया गया।
इतिहास के सवालों ने उलझाया, राजनीति अच्छी लगी
परीक्षा देकर बाहर आए अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर आसान नहीं था। जिसकी मजबूत तैयारी थी उसी के लिए ठीक रहा। राजस्थान के इतिहास, विरासत के प्रश्न कठिन थे। लोकसभा, विधानसभा और राज्यसभा से संबंधित प्रश्नों को हल करने में दिक्कत नहीं हुई। आईक्यू टेस्ट और गणित के प्रश्नों ने उलझा दिया। प्रश्नपत्र में राजनीति, इतिहास-विरासत, खान, वन विभाग, साइंस, पर्यावरण, जनरल नॉलेज के सवाल भी थे।
वो चेन खींच रहे थे, लोको पायलट को उनकी जान की चिंता थी
खजुराहो ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि अजमेर से उदयपुर के बीच २० से ज्यादा बार चेन पूलिंग हुई। जहां-जहां परीक्षा केंद्र थे वहां अभ्यर्थी ट्रेन रुकवा रहे थे। इससे ट्रेन लगातार लेट होती जा रही थी। लोको पायलट मदन बी. ने कहा कि छतों पर युवा होने से हादसे का खतरा था। जहां ओवरब्रिज थे वहां ट्रेन धीमी करके निकाली। युवाओं को समझाना मुश्किल था। कुछ ने पत्थरबाजी कर हेडलाइट तोड़ दी।
एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र से पेपर आएगा
सूरजपोल थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी ओमप्रकाश शनिवार शाम जेल और पुलिस लाइन के बीच टहल रहा था। तब परीक्षा देने के लिए अन्य जिलों से आए सैकड़ों अभ्यर्थी इस क्षेत्र से गुजर रहे थे। ओमप्रकाश उनसे कह रहा था कि परीक्षा केन्द्र से उसके पास एक घंटे पहले प्रश्नपत्र आ जाएगा। यही प्रश्नपत्र वह तत्काल अभ्यर्थियों के वाट्स एप या ईमेल पर फॉरवर्ड कर देगा। अभ्यर्थी से रुपयों की बात कर वह पर्ची पर लिख लेता था।
फोटो- ट्रेन लेट आने के कारण कई युवक कांस्टेबल भर्ती परीक्षा नहीं दे पाए। पुलिस अधिकारियों ने रेलवे के अफसरों से बात कर पर्चियां तैयार करवाईं, जिस पर रेल के लेट होने का जिक्र था। पर्ची लेने के लिए युवाओं में होड़ मच गई।