अंधविश्वास के चलते लोग राजस्थान के टोंक जिला अस्पताल में भी तंत्र-मंत्र के लिए पहुंच गए। करीब एक घंटे तक परिसर में इन लोगों का हंगामा रहा और इस दौरान चिकित्साकर्मी मूकदर्शक बने रहे।
हुआ यूं कि मोर-भाटियान गांव से ट्रैक्टर-ट्रॉली से पहुंचे महिला-पुरूषों ने अस्पताल परिसर के बीच मे डेरा जमा लिया। एक ओर महिलाएं गीत गा रही थी, वहीं दूसरी ओर एक युवक सिगरेट फूंकते हुए कुछ बुदबुदा रहा था। थोड़ी देर बाद पूरा हुजूम सोनाग्राफी कक्ष मे घुस गया। वहां पूजा कर दिया जलाने का प्रयास किया। इस दौरान अधिकतर चिकित्साकर्मी मूकदर्शक बने रहेे। हालांकि महिला नर्सिगकर्मी मधुबाला ने उन्हें रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन उसे बाहर निकाल दिया। बाद में सभी लोग एक जलते दीपक को पीपे में बंद करने के बाद अस्पताल से रवाना हो गए।
यूं आए थे
टोडारायसिंह क्षेत्र के मोरभाटियान गांव निवासी कजोड़ बैरवा की श्रीगणेश दर्शन को जाते समय सड़क हादसे मे मौत हो गई थी। गृह-क्लेश रहने पर कुछ जानकारों ने उन्हें कजोड़ की आत्मा सआदत अस्पताल में भटकने तथा उसे ससम्मान लाने की बात कही। इस पर मृतक के पिता घासी सभी रिश्तेदारों व परिचितों के साथ अस्पताल पहुंचा था।
जानकारी मे नहीं
अस्पताल में अंधविश्वास क्रिया मेरी जानकारी मे नहीं है। आउटडोर समय बाद यह सारा वाकया हुआ होगा, मामले की जांच कराएंगे।
बृजेश गुप्ता,
प्रमुख चिकित्साधिकारी, सआदत अस्पताल टोक