उदयपुर। बाध “उस्ताद” टी 24 का मौजूदा हाल बताने, वन अधिकारियों द्वारा अपना बचाव करने और मीडिया को के जरिये क्र “फेश सेविंग” के लिए सूचना केंद्र में प्रेस वार्ता का आयोजन किया लेकिन, उस्ताद को लेकर उठे एक भी सवाल का वे ठीक से जवाब नहीं दे पाये। सिर्फ ऊपर के आदेशों की खानापूर्ति में कुछ देर उस्ताद के वीडियो फुटेज बता कर कह दिया गया कि उस्ताद सामान्य और स्वस्थ है तथा बाकी सवालों के जवाब दिए बिना चलते बने। यहां तक कि कल जि़ंदा शिकार देने को लेकर भी आपस में ही विरोधाभास नजऱ आया।
“उस्ताद” को रणथम्भोर से बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट करने को लेकर उठ रहे सवाल और देश भर में हो रहे प्रदर्शन के बीच वन विभाग के अधिकारियों ने आज प्रोजेक्टर पर उस्ताद के फुटेज बताये कि पिंजरे में वह स्वस्थ है। लेकिन सीसीएफ राहुल भटनागर और डीएफओ टी मोहन राज एक भी सवाल का ठीक से जवाब नहीं दे।
उस्ताद बायोलॉजिकल पार्क में क्यों लाया गया ? एक आज़ाद घूमने वाले जानवर को क्यों बंदी बनाया गया ? गैर जिम्मेदार इंसानों की सजा एक जानवर को क्यों दी जारही है ? ऐसे किसी सवाल का जवाब नहीं दे पाये। जि़ंदा शिकार भैंस का बछड़ा उस्ताद के पिंजरे में छोड़ा गया था, जिसकी एक तरफ राहुल भटनागर ने पुष्टि की वहीं डीएफओ टी मोहन राज ने इंकार किया है। भटनागर का कहना था कि उस्ताद की शिकार की प्रवृति बरकरार रखने के लिए ऐसा किया जा रहा है जब की टी मोहन राज ने इससे इंकार किया। उस्ताद को दिखाने के लिए कहा तो उससे भी मना कर दिया गया कि अभी वह लोगों को देखने का आदि नहीं है, इसलिए नहीं ले जाया सकता अगर आपको लेकर गए तो गुस्से में वो पिंजरे पर अपना सर मारेगा जिससे उसको चोट लगने का खतरा है। जब पत्रकारों की तरफ से अधिक सवालों की बौछारें होने लगी तो बिना कोई जवाब दिए अधिकारी उठ कर चलते बने।