उदयपुर। पुलिस ने बडी कार्यवाही करते हुए तीन पत्रकार और दो सहयोगी को अवैध वसूली करते हुए गिरफ्तार किया। उदयपुर पुलिस को उदयपुर अहमदाबाद हाईवे पर स्थित ढाबों से पत्रकारों द्वारा अवैध वसूली की सूचना मिल रही थी ऐसे में पुलिस ने अपना जाल बिछाया और दुसरी बार वसूली करने आये तीन पत्रकार और दो सहयोगियों को अवैध वसूली करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में दो युवतियों और तीन पुरूष हैं जिसमें से एक युवती और दो युवक खुद को टाईम टीवी का पत्रकार बता रहे हैं तो बाकी के दो सदस्य सहयोगी के रूप में काम कर रहे थे। 29 सितम्बर को उदयपुर आये इन पॉंचों लोगों ने सबसे पहले ढाबों को निशाना बनाना शुरू किया और फिर सिरोही और चित्तोडगढ जिले में भी वारदातों को अंजाम दिया।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पिछले दस दिनों में 11 वारदातें कर साढे दस लाख रूपये की अवैध वसूली की बात सामने आई। बताया जा रहा हैं कि दो युवतियों में से एक युवति को जिला रसद अधिकारी बनाकर जिस ढाबे पर टेंकर खडा होता वहॉं दबिश देते और साथ में चैनल का केमरा और माईक आईडी लेकर पत्रकार सरिता और उसके कैमरामैन और इस अवैध वसूली के मुख्य सरगना महावीर सिंह नरूका खबर चलाने की धौंस जमाते।
इस पर टेंकर चालक और ढाबा संचालक भय में आकर मामले के सुलटारे का प्रयास करते तो ये लोग उससे लाखों रूपये वसुल कर फरार हो जाते। इसी तरह की वारदातें चित्तोडगढ जिले में और सिरोही जिले में भी अंजाम दी गई जहॉं आरटीओं को भी धमकाने की कोशिश की गई। पत्रकारिता का धौंस जमाते हुए ये सभी कई बार डाक बंगलों में भी रूक चुके हैं। पुलिस अब आरोपियों से पुछताछ में जुटी हैं वहीं अवैध वसूली की राशी की रिकवरी के भी प्रयास शुरू कर दिये है।