उदयपुर. तीर्थ यात्रा पर निकला एक परिवार उस समय हैरत में पड़ गया, जब एयर इण्डिया ने यह कहकर ताबूत को फ्लाइट में रखने से इनकार कर दिया कि पहले से ही कुत्तों की बुकिंग हो चुकी हैं।
तीर्थ यात्रा पर निकले उदयपुर के एक परिवार पर केरल में दुखों का पहाड़ टूट पड़ेगा उन्होंने सोचा भी नहीं था।
कोट्टायम में 28 मई को हाउस बोट में ठहरने के दौरान हृदयाघात से कमलादेवी (75) की मौत हो गई। वहां के सरकारी अस्पताल ने पहले तो आवश्यक कार्रवाई के नाम पर शव को 42 घंटे तक रोके रखा।
फिर कोच्चि एयरपोर्ट पर शनिवार रात एयर इंडिया ने वहां से अहमदाबाद आने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में ताबूत (जिसमें शव था) को लेने से मना कर दिया। परेशान परिजनों ने एयर इंडिया प्रबंधन से रविवार सुबह जाने वाली फ्लाइट में ताबूत को ले जाने का आग्रह किया।
लेकिन उन्होंने यह कहते हुए साफ इनकार कर दिया कि फ्लाइट में पहले से कुत्तों की बुकिंग है। यह फ्लाइट दिल्ली तक जाती है।
दिल्ली से उदयपुर की फ्लाइट में ताबूत को लाया जा सकता था। तीन दिन पुराने शव की मिट्टी खराब होती देख परिजनों ने बहुत मिन्नतें कीं, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी।
परिजन गिरीश सुवालका ने बताया कि उनके नाना शांतिलाल सुवालका व नानी कमलादेवी अपने पुत्र कमल, पुत्री प्रियंका, पौत्र देवेश व अन्य पारिवारिक मित्रों के साथ 21 मई को तीर्थ यात्रा पर गए थे।
परिजन सूर्यप्रकाश सुवालका ने बताया कि देर रात तक परिजन शव को यहां लाने की जद्दोजहद में जुटे रहे।