उदयपुर। युआईटी ने आवास भूमि से कब्जे हटाने की कार्रवाई गुरूवार को भी जारी रखी कब्जे हटाने के दौरान युआईटी अधिकारी और कब्जाधारी के बीच झडप भी हो गयी जिसपर पुलिस ने राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज किया। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को शांति भंग करने के आरोप में भीं गिरफ्तार किया।
गुरूवार सुबह युआईटी अधिकारी १० जेसीबी सहित पुरे जाब्ते और पुलिस बल के साथ पानेरियों की मादडी में आवास की हुई जमीन पर कब्जे हटाने के लिए पहुंचे । रोड और युआईटी की जमीन पर बनी बाउंड्री वाल को एक साथ धराशायी करते गए । इसी दौरान स्थानीय युवक वहां पहुंच गए और विरोध जताने लगे तथा कार्रवाई के पहले नोटिस नहीं देने का आरोप लगाते हुए विरोध करने लगे । यु आई टी अधिकारियों ने कहा कि हमने नोटिस पहले भिजवा दिया था । लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया । इसी दौरान एक वृद्व महिला अपने जमीन की बाउंड्री टूटती देख बेहोश हो गयी जिसको बाद मे अस्पताल पहुँचाया गया। कुछ आऋोशित युवकों ने यु आई टी दस्ते पर हमला बोल दिया और वाहनों को भी नुक्सान पहुचाया । इस मामले में पुलिस ने मोके पर हंगामा करने पर पानेरियों की मादडी गारियावास निवासी कन्हैयालाल पुत्र उंकारलाल उसके पुत्र भगवतीलाल, रमेश तथा लोकेश पुत्र लक्ष्मीलाल मैनारिया को शांति भंग करने के आरोप में गिरप*तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से सभी को जेल भेज दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नगर विकास प्रन्यास तहसीलदार बाबूलाल मीणा के निर्देश पर प्रन्यास के वरिष्ठ विधि अधिकारी शंकरसिंह पुत्र लक्ष्मणसिंह देवडा की रिपोर्ट पर हिरणमगरी थाना पुलिस ने गारियावास निवासी कन्हैयालाल पुत्र उकार लाल मैनारिया सहित अन्य के खिलाफ नगर विकास प्रन्यास के अतिऋमण निरोधक दल के साथ मारपीट कर जेसीबी के कॉच फोड कर कार्यवाही रोकने का दबाव बनाने पर राज कार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज किया है।
पनेरियों की मादडी में कार्रवाई करने के बाद यु आई टी जाब्ता सब्सिटी सेंटर पहुंचा जहाँ युआईटी की जमीन पर से कब्जो को हटाया तथा सडक पर आरही तीन मकानों की बाऊन्ड्री को भी तोडा गया इस सारी कार्रवाई के दौरान युआइटी सचिव रामनिवास मेहता, लाल सिंह देवडा, तहसीलदार बाबूलाल मीणा व अन्य कई यूआईटी अधिकारीसहित पुलिस का जाब्ता और अधिकारी भी मौजूद थे।