एक बहादुर बेटी की कहानी: लात चलाई, पजेरो से कूदी और हवा में लहरा दिया चाकू!

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6219_knifeजयपुर.श्याम नगर के जनपथ पर शुक्रवार शाम एक छात्रा को चार युवकों ने अगवा करने के लिए जबरन पजेरो में पटक लिया, लेकिन छात्रा मलाइका टांक ने हौसला दिखाते हुए उनके छक्के छुड़ा दिए। पंद्रह वर्षीय इस छात्रा ने एक युवक के पेट के नीचे जोरदार लात मारी, जिससे वह गिर गया।

 

इस बीच उसकी पकड़ ढीली होते ही छात्रा पजेरो से कूद गई। छात्रा ने सेफ्टी के लिए बैग में रखा चाकू निकाला और अन्य बदमाशों को दिखाते हुए बचाव के लिए चिल्लाने लगी। आखिरकार युवक भाग निकले। बाद में परिजनों को सारी घटना बताई। परिजनों की सूचना पर श्याम नगर थाने के उपनिरीक्षक शक्तिदान सिंह मौके पर पहुंचे।

वारदात के समय राणी सती नगर, श्याम नगर निवासी मलाइका टांक अपने घर से आधा किमी दूर स्थित कोचिंग सेंटर पर जा रही थी। वह दसवीं कक्षा की छात्रा है और रोजाना वहां ट्यूशन के लिए पैदल ही जाती है। शाम करीब 6:30 बजे जब वह कोचिंग के लिए जा रही थी तो सामने से आ रहे एक युवक को इशारा करते देखा।मलाइका ने पीछे मुड़कर देखा तो एक अन्य युवक उसका पीछा करता आ रहा था।

वह कुछ समझ पाती। इससे पहले दोनों युवक तेजी से चलकर उसके नजदीक आए और दोनों ने उसे पकड़ लिया। उन्होंने उसे हाथ पकड़कर घसीटते हुए सफेद रंग की पजेरो गाड़ी में पटक दिया। पजेरो में दो युवक आगे की सीट पर पहले से बैठे थे। इनमें ड्राइविंग कर रहे युवक ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था।

छात्रा को गाड़ी में धकेलने के बाद एक बदमाश दूसरी तरफ वाले गेट से अंदर बैठने लगा, जबकि एक छात्रा के पैर की तरफ वाले गेट से अंदर आने लगा। इस बीच, मलाइका ने उसे जोरदार लात मारी। उसके गिरते ही छात्रा तेजी से पजेरो से बाहर निकल आई।

इस दौरान उसका बैग नीचे गिर गया। इस बीच, पजेरो में मौजूद तीनों युवक बाहर आ गए और मलाइका को पकड़ना चाहा, लेकिन मलाइका ने फुर्ती से बैग उठाया और उसमें रखा चाकू निकालकर हवा में लहरा दिया। फिर बचाव के लिए चीखते-पुकारते भागने लगी। यह देखकर बदमाश वहां से भाग निकले।

दिल्ली दुष्कर्म की घटना के बाद से बैग में रखती थी चाकू

 

मलाइका की मां निधि टांक ने बताया कि दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद से वे मलाइका की सेफ्टी के लिए उसके बैग में चाकू रखते हैं। ताकि मुसीबत के वक्त वह आत्मरक्षा कर सके। मलाइका का बड़ा भाई और पापा भी उसे हमेशा आत्मरक्षा के बारे में समझाते रहते थे। वह पिछले एक वर्ष से कोचिंग जा रही है।

 

राहगीर देखते रहे, बचाने कोई नहीं आया

 

मलाइका के मुताबिक युवकों के सामने चाकू लहराने के दौरान चिल्लाने पर कुछ राहगीर पूरा घटनाक्रम देख रहे थे, लेकिन किसी ने बचाने का प्रयास नहीं किया। इसी बीच वहां से निकले एक वाहन चालक ने उसे कोचिंग सेंटर छोड़ा। बाद में उसने घर पहुंचकर परिजनों को घटना की जानकारी दी।

 

 

Shabana Pathan
Shabana Pathanhttp://www.udaipurpost.com
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

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