पोस्ट न्यूज़। राजस्थान के कोटा में एक सिरफिरे आशिक ने अपनी प्रेमिका को चाकुओं से गोद ह्त्या कर दी। अपनी प्रेमिका से सगाई टूटने से नाराज़ सिरफिरा आशिक़ गली में सड़क के बिच लड़की पर तब तक चाकुओं से वार करता रहा जब तक उसने डीएम नहीं तोड़ दिया।
कुछ महीनों पहले कोटा नेहरु नगर की रहने वाली शाहिनूर की सगाई वही के रहने वाले साबिर से हुई थी। साबिर के चाल चलन ठीक नहीं होने के कारण शाहिनूर के परिजनों ने यह सगाई तोड़ दी थी। सगाई टिटने के बाद से साबिर आये दिन शाहिनूर को परेशां करता रहता था। शाहिनूर 12वीं कक्षा की छात्रा थी। वह उर्दू की पढ़ाई करने के लिए ट्यूशन भी जाती थी। साबिर फ्रेब्रिकेशन का काम करता था। सगाई के बाद शादी की तैयारियों के बीच शाहीनूर के रिश्तेदारों से पता चला कि साबिर सही लड़का नहीं हैं। इस पर खोजबीन शुरू की तो पता चला कि साबिर नशेड़ी और बदमाश है। हालांकि, साबिर के खिलाफ थाने में कोई मुकदमा दर्ज नहीं था, लेकिन परिजनों ने कुछ ही समय पहले दोनों का रिश्ता तोड़ दिया।
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शाहिनूर की बहन जो ह्त्या के वक़्त उसके साथ थी उसने आँखों देखा हाल बताया कि
‘दोपहर करीब 2.30 से 3 बजे के बीच का समय था। मैं बड़ी बहन शाहीनूर के साथ उर्दू क्लास की ट्यूशन के लिए निकली थी। हम दोनों घर से करीब 200 मीटर दूर दूसरी गली में पहुंच चुके थे। इस गली में शाहीनूर की मौसी का मकान है, इसलिए हम अक्सर इसी गली से जाते-आते थे। हम दोनों जैसे ही गली में घुसे दीदी ने साबिर को देख लिया था। वो मुझसे बोली- थोड़ा तेज-तेज कदम बढ़ाओ, पीछे कोई आ रहा है। मैंने पीछे मुड़कर देखा तो साबिर था। इसी बीच दीदी ने परिजनों को फोन लगाने के लिए मोबाइल हाथ में ले लिया था। शायद फोन लगा भी दिया था… मुझे पूरा पता नहीं है। हम दोनों तेज-तेज कदमों से मौसी के मकान तक पहुंचे ही थे कि साबिर भागता हुआ आया और दीदी को पीछे से गला दबाते हुए पकड़ लिया। मैं इतना घबरा गई थी कि मुझे कुछ नहीं सूझा। मैं चिल्लाना चाहती थी, लेकिन साबिर के हाथ में चाकू देखकर मैं डर गई और चिल्ला नहीं पाई। इसी दौरान साबिर ने चाकू से दीदी के सीने पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए। वो छटपटाते हुए बचने की कोशिश कर रही थी, लेकिन कुछ नहीं कर सकी क्योंकि साबिर ने उसे पूरी ताकत से पकड़ा हुआ था। चिल्लाने की आवाज सुनकर मौसी के घर की छत पर कोई आया था, लेकिन कौन था मुझे नहीं पता। शायद मौसी ही थी। घर ज्यादा दूर नहीं था और मुझे खुद को बचाना था इसलिए मैं घर पर परिजनों को बुलाने दौड़ी। मैं जब तक वापस आई दीदी सड़क पर खामोश पड़ी थी।” साबिर ने शाहीनूर को मारने की पहले से पूरी प्लानिंग कर रखी थी। वो चाकू कहां से लाया और गली में हत्या की प्लानिंग कैसे की, इसकी पुलिस जांच कर रही है।
– साबिर बोरखेड़ा में रहता है और हत्या करने के लिए बाइक से आया था। वारदात के बाद अपनी बाइक छोड़कर फरार हो गया।
– पुलिस ने मुखबिरों और टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन के आधार पर बदमाश को मुर्गीफार्म के पास से दबोच लिया। जहां से वो पकड़ा गया, उसके बाद चंबल नदी का एरिया शुरू हो जाता है। वो चंबल के इलाके में छुपना चाहता था।
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