कुंभलगढ़/राजसमंद. पीपला पंचायत की उपली भागल बस्ती से मंगलवार रात 9 बजे पैंथर बस्ती में घुस आया। यहां एक घर में मां से थोड़ी ही दूर खेल रहे आठ साल के बच्चे को दबोच ले गया। ग्रामीणों ने पैंथर का पीछा किया तो एक किलोमीटर दूर पहाड़ी पर बच्चे का क्षत विक्षत शव मिला। कुंभलगढ़ क्षेत्र में ढाई महीने में इस तरह की यह दूसरी वारदात है। ढाई माह बाद भी पैंथर काबू नहीं कर पाने की वजह से एक और वारदात हो गई। समीचा व आसपास के गांवों में पैंथर का खौफ बना हुआ है।
नाथू सिंह राजपूत का आठ वर्षीय बेटा हरीश रात को घर के बरामदे में खेल रहा था। पास ही मां मगनी भैंस के पास खड़ी थी। इस दौरान अचानक बस्ती में पैंथर घुस आया और मां के सामने ही लाड़ले को मुंह में दबोच ले गया। हक्की-बक्की खड़ी मां के शोर मचाने पर गांव के खीमसिंह राजपूत, सरपंच भगवत सिंह, जिला परिषद सदस्य दुर्गा कंवर, भवानी सिंह झाला सहित करीब तीन सौ ग्रामीण पत्थर और लाठियां लिए पैंथर के पीछे भागे। कुंभलगढ़ डीएसपी चंदन सिंह, ओड़ा चौकी प्रभारी प्रभुलाल भी मौके पर पहुंचे।
चेहरे, सिर व गर्दन पर घाव
हरीश को पैंथर जबड़ों में दबा घसीटते हुए ले गया, जिससे गर्दन, सिर व चेहरा पिचक गया। चेहरे, गर्दन व सिर पर दांतों से गहरे घाव हो गए। पूरे शरीर लहूलुहान मिला। हरीश इकलौता बेटा था। दो बड़ी बहनें हैं।
3 साल में 7 बच्चों पर हमले, 5 की जान ली फिर भी काबू नहीं कर पाया वन विभाग
राजसमंद. पहाड़ी क्षेत्र से सटी आबादी में घुसकर पैंथर पिछले तीन साल में जिले में 7 बच्चों पर हमले कर चुका है। इनमें से पांच की जान जा चुकी है। पांच हमले खमनोर क्षेत्र के और दो कुंभलगढ़ क्षेत्र के हैं। इससे पहले 15 जून की रात को कुंभलगढ़ के ही समीचा की नेगदरिया भील बस्ती से भूरकी (8) पुत्री रताराम भील को पैंथर उठा ले गया था।