उदयपुर। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन में आये सम्भाग भर के शिक्षक एक आदर्श शिक्षक बनने का संकल्प लेने के लिए आए थे। जहां छात्रों, शिक्षा और खुद के अधिकारों की बड़ी बड़ी बाते हो रही थी। अधिवेशन में दूसरे दिन यह हाल थे कि वक्ताओं की बात सुनने वाला कोई नहीं था, सारी कुर्सियां खाली थी कुछ लोग आगे की चार पंक्तियों में बैठे थे और बचे हुए लोग अपनी कुर्सी बहार धुप में लगा कर गप्पे लड़ा रहे थे। जब कि सम्मलेन के नाम पर दो दिन की छुट्टी ली गयी थी और पहले दिन उद्घाटन सत्र के बाद सभी शिक्षक गायब हो गए।
मौज मस्ती का शिक्षक अधिवेशन
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