मोहर्रम आज
सुबह छोटी और शाम को बडे ताजियों की निकलेगी सवारी
उदयपुर , हजरात इमाम हुसैन की याद में मुहर्रम की 9 वीं तारीख शनिवार को कतल की रात में ताजियों को जियारत के लिए अकीदतमंदो की भीड रही वहीं रविवार को मोहर्रम पर्व पर विभिन्न मौहल्लो से ताजियों की सवारी निकाली जाएगी।
मुहर्रम की नवीं तारीख की रात कतल की रात मनाई गयी जिसमे विभिन्न मोहल्लों में ताजियों को ज्यारत की लिए रखा गया । ताजियों पर विभिन्न तरह के सेहरे और चांदी की चीजें चडा कर मन्नत पूरी की गयी बडे ताजियों के मुकाम पर खासी भीड रही धोली बावडी में ताजियों और मस्जिद पर लाइटिंग की खास सजावट की गयी जिससे पूरी धोली बावडी जगमगा उठी और रात देर तक श्रद्घालुओं का सैलाब उमडता रहा । चेतक स्थित बडी पलटन मस्जिद के बाहर भी बडे ताजिये रखे गए और वहां भी मन्नतों और फातेहा का दौर देर रात तक चलता रहा । अलीपुरा में भी बडे ताजियों के मुकाम पर खासी भीड रही ।
धोली बावडी से सुथार वाडा अश्विनी मार्केट हाथीपोल और चेतक तक रात 8 बजे से ट्राफिक बंद रहा और श्रद्घालुओं का सैलाब उमडता रहा , जगह जगह सबिले लगाई गयी , पुलाव हलिम के लंगर बनते रहे सबिलों में शरबत , चाय , कोफी, मिल्क शेक , तो कही हलवा तकसीम होता रहा ।
150 वर्ष पुरानी छडी मिलन : सलामी की रस्म शनिवार कतल किरात में नहीं हुई । मेवाफरोश और नायकन समाज द्वारा सामूहिक फैसला कर सलामी की रस्म नहीं करने का निर्णय किया था ,हलाकि पुलिस जाब्ता भडभूजा घाटी पर मोजूद रहा लेकिन सलामी नहीं हुई और समझदार समाज जनों का कहना था की ये समाज की राह में तरक्की का एक कदम समझा जाना चाहिए ।
रविवार को मुहर्रम की दस तारीख पर ताजिये दो चरणों में झील में ठंण्डे किये जायेगें पहले चरण में सुबह 10 बजे हर्वें जी के खुर्रे हाथी पोल से ताजियों का जुलुस रवाना होगा जो गणेश घाटी होता हुआ पांडू वाडी पहुचेगा जहा ताजियों को पिछोला में ठंण्डे किये जायेगे । दुसरे चरण में बडे ताजियों का जुलुस रवाना होगा जो तीज का चोक धान मंडी से जो चोखला बाजार , भडभुजा घाटी ,मोचीवाडा , घंटा घर , जगदीश चोक होते हुए कर्बला जायेगे जहाँ ताजियों को ठन्डे किये जायेगें ।
ताजियों की जियारत के लिए उमडे अकीदतमंद
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