हिन्दुस्तान जिंक द्वारा मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से संचालित सखी परियोजना के तहत लगभग 17 हजार महिलाओं को प्रथम चरण के प्रशिक्षण के बाद, दूसरे चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। सखी परियोजना का मुख्य उद्ध्ेश्य महिलाओं को संगठित कर उनके समूहों का निर्माण करना, भविष्य में इन समूहों और संगठनों के माध्यम से आजीविका संवर्धन , महिला सशक्तिकरण के माध्यम से आर्थिक व सामाजिक विकास को सुनिश्चित करना है ।
सखी परियोजना के अन्तर्गत तीन दिवसीय उठोरी लैंगिक ‘समानता की एक पहल‘ प्रशिक्षण का द्वितीय प्रशिक्षण कासा, उदयपुर में आयोजित किया गया । अभियान उठोरी 2 राज्यों , 6 जिलों, 7 लोकेशन, 11 ब्लाॅक और 54 पंचायतों में संचालित है । प्रथम प्रशिक्षण में लैंगिक संवेदनशीलता की आधारभूत सोच को मजबूत करने के बाद इस तीन दिवसीय कार्यशाला में नागरिकता और संविधान, जेंडर और समाज का दोहरा व्यवहार, समाधान की रणनीति और यौनिकता जैसे संवेदनषील मुददों को भी छूने का प्रयास किया गया । वभिन्न रचनात्मक गतिविधियों, विडियों और अन्य माध्यम से महिलाओं को इस जटिल समस्या को सुलझाने मेें मदद मिलेगी । कार्यक्रम में मंजरी फाउण्डेषन के कार्यक्रम अधिकारी शिवओम, वर्कशाॅप में संदर्भ व्यक्ति दिल्ली से जेंडर एक्सपर्ट डाॅ राकेश सिंह, उदयपुर से शशिप्रभा ने जावर,देबारी ,चित्तौड़गढ,दरीबा, आगुचा एवं कायड की 47 जेंडर सखियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। ये महिलाएं मास्टर ट्रेनर बन कर अब समुदाय को जागरूक करेंगी।
उदयपुर, 8 फरवरी। देश की एकमात्र और विश्व की अग्रणी एकीकृत सीसा-जस्ता और चांदी उत्पादक हिन्दुस्तान जिंक को प्रतिष्ठित 12 वें सीआईआई राष्ट्रीय मानव संसाधन उत्कृष्टता अवार्ड में 'लीडरशिप इन एचआर एक्सीलेंस' से सम्मानित किया गया है। कंपनी को कठोर सीआईआई आंकलन में 600$ बैंड बेरियर में स्कोरिंग मानव संसाधन उत्कृष्टता में नेतृत्व के लिए सराहना मिली। यह पुरस्कार भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा प्रदान किया गया जिसका उद्देश्य सलाहकार और परामर्श प्रक्रियाओं के माध्यम से उद्योग, सरकार और नागरिक समाज के साथ साझेदारी करके भारत में विकास के अनुकूल वातावरण को स्थापित करना और बनाए रखना है।
सीआईआई एचआर एक्सीलेंस अवार्ड मानव संसाधन उद्योग में प्रमुख सम्मानों में से एक है। एचआर एक्सीलेंस मॉडल वैश्विक उत्कृष्टता आकलन के साथ साथ दुनिया भर के समकालीन मॉडल में उपयोग किए जाने वाले ढांचे पर आधारित है। विशेष रूप से हिन्दुस्तान जिंक के स्कोर और तीन मापदंडों में बैंचमार्क स्कोर नेतृत्व, शिक्षा और विकास तथा संगठनात्मक प्रदर्शन संकेतक एक ही श्रेणी में थे जो एक व्यापक मूल्यांकन पर आधारित था। यह उपलब्धि अपने कर्मचारियों, सहयोगियों और भागीदारों के लिए एक आदर्श कार्य वातावरण विकसित करने और बनाए रखने के लिए कंपनी के समर्पण को दर्शाती है। यह कंपनी की बेहतर एचआर नीतियों का प्रमाण है और अपने कर्मचारियों एवं स्टेक होल्डर्स की भलाई के लिए समग्र विकास को पूरा करने का उच्च प्रबंधन का अभियान है।
हिन्दुस्तान जिंक के संचालनों में लोग महत्वपूर्ण है। कोविड-19 के संक्रामक प्रसार के दौरान कंपनी ने कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए समूह कोरोना कवच नीति सहित विभिन्न पहलों को लागू किया। पूरे कार्यबल के साथ कर्मचारियों के परिवारों पर पड़ने वाले प्रभाव की निगरानी के लिए कोविड टास्क फोर्स को भी तैनात किया गया। कंपनी ने कोविड-19 के दौरान अपने एचआर प्रयासों को बढ़ाया ताकि कर्मचारियों और परिचालन स्थानों में रहने वालों के जीवन को प्रभावित न होना सुनिश्चित किया जा सके।
इस अनूठी पहल से भूमिगत खदानों में जंबो हेल्पर्स प्रमाणित ऑपरेटर बन सकेंगे
- पांच महीने तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 16 सप्ताह का क्लासरूम इंस्ट्रक्शन शामिल होगा
उदयपुर, 30 जुलाई, 2022: देश की एकमात्र और विश्व...
विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर हिन्दुस्तान जिंक द्वारा दीपक फाउंडेशन के सहयोग से संचालित मोबाइल स्वास्थ्य ईकाई के माध्यम से हेपेटाइटिस की रोकथाम के लिए प्रयासरत है। इस सम्बन्ध में उदयपुर, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले के जावर माइंस, अगुचा माइंस और चंदेरिया के समीपस्थ गणेशपुरा, बोधियाना, आनंदीपुरा, लक्ष्मीपुरा, नेवतलाई और भलदिया गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये। 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ बारूक ब्लमबर्ग का जन्मदिन है, जिन्होंने हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज की और वायरस का परीक्षण कर टीका विकसित किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित दुनिया भर के संगठन वायरल हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाते हैं, जो दुनिया भर में 354 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करता है।